08 मई, 2021 को असम के मुख्य सचिव जिष्णु बरुआ ने असम राज्य में एक डिजिटल रियल-टाइम फ्लड रिपोर्टिंग और सूचना प्रबंधन प्रणाली (FIRMS) का शुभारंभ किया.
FRIMS के शुभारंभ के साथ, असम भारत का पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसके पास ऑनलाइन बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली है. ब्रह्मपुत्र नदी के बहाव के साथ, असम हर साल भयंकर बाढ़ और मिट्टी के अपरदन का शिकार होता है.
FRIMS, एक डिजिटल वास्तविक समय (रियल टाइम) बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली, असम राज्य आपदा प्रबंधन एजेंसी (ASDMA) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित की गई है.
इस डिजिटल लॉन्च कार्यक्रम के दौरान, मुख्य सचिव बरुआ ने यह कहा कि, बाढ़ का प्रबंधन एक महत्वपूर्ण प्रशासनिक कार्य है जिसमें विभिन्न विभाग और हितधारक शामिल हैं. उन्होंने आगे यह भी कहा कि, बाढ़ रिपोर्टिंग की मौजूदा प्रणाली मैनुअल/ दस्ती सत्यापन और गुणवत्ता नियंत्रण प्रणाली के कारण समय लेने वाली थी.
यूनिसेफ इंडिया चीफ, इमरजेंसी एंड डिजास्टर रिस्क रिडक्शन (DRR), टॉम व्हाइट ने असम सरकार को डिजिटल बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली का इस्तेमाल करने वाला पहला राज्य बनने के लिए बधाई दी है और आगे यह कहा है कि, "इस तरह की प्रणाली आपदा जोखिम न्यूनीकरण हस्तक्षेप के प्रभाव को मापने में काफी मददगार साबित होगी."
राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव, अविनाश जोश ने यह कहा कि, डिजिटल बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली परिभाषित स्तरों पर तत्काल अलर्ट-आधारित सत्यापन, स्रोत पर इन्फोर्मेशन फीडिंग और स्वचालित संकलन को सक्षम करेगी.
ASDMA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जीडी त्रिपाठी ने यह उल्लेख किया कि, फील्ड स्टाफ और अधिकारियों ने आवश्यक प्रशिक्षण पूरा कर लिया है.
असम में हर साल 15 मई से 15 अक्टूबर तक अनिवार्य बाढ़ रिपोर्टिंग प्रोटोकॉल होता है.
बाढ़ रिपोर्टिंग और सूचना प्रबंधन प्रणाली (FRIMS)
• बाढ़ रिपोर्टिंग और सूचना प्रबंधन प्रणाली (FRIMS) असम में शुरू की गई एक डिजिटल वास्तविक समय बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली है.
• असम एक डिजिटल बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली को अपनाने वाला ऐसा पहला भारतीय राज्य बन गया है जो मौजूदा मैनुअल बाढ़ रिपोर्टिंग प्रणाली को बदल देगा.
• FRIMS असम राज्य आपदा प्रबंधन एजेंसी (ASDMA) और संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है.
• FRIMS इस 15 मई से चालू हो जाएगा. यह प्रणाली परिभाषित स्तरों पर तत्काल अलर्ट-आधारित सत्यापन, स्रोत पर सूचना फीडिंग, और स्वचालित संकलन को सक्षम करेगी.
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