ओडिशा का भुवनेश्वर कोरोना के खिलाफ शत-प्रतिशत टीकाकरण कवरेज हासिल करने वाला भारत का पहला शहर बन गया है. साथ ही ओडिशा की राजधानी में एक लाख प्रवासी कामगारों को भी कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है. देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान जोर शोर से जारी है.
भुवनेश्वर नगर निगम ने 31 जुलाई तक सभी शहरवासियों को कोरोना का टीका लगाने का लक्ष्य रखा था. इस दौरान भुवनेश्वर नगर निगम के दक्षिण-पूर्व क्षेत्रीय उपायुक्त अंशुमान रथ ने कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के कुल 9,07,000 लोगों को दूसरा टीका लगाया है, जिनमें 31,000 स्वास्थ्य कर्मी, 33 हजार फ्रंटलाइन वर्कर, 18-45 साल की उम्र के 5,17,000 लोग और 45 साल की उम्र से ऊपर के 3,20,000 लोग शामिल हैं.
शहर में 55 वैक्सीन सेंटर बनाए गए
यहां टीकाकरण अभियान को तेजी देने के लिए शहर में 55 वैक्सीन सेंटर बनाए गए थे. इनमें से 30 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और सामुदायिक केंद्रों के भीतर बनाए गए थे. शहर में कम से कम 10 ड्राइव-थ्रू टीकाकरण सुविधाएं स्थापित की गईं थीं. इसके अलावा, बुजुर्गों और विकलांगों के लिए स्कूलों के अंदर 15 टीकाकरण केंद्र बनाए गए. वर्तमान में कई सेंटर पर गर्भवती महिलाओं को कोविड का प्रथम डोज दिया जा रहा है.
भारत में इस्तेमाल किये जाने वाले कोविड टीके
कोवैक्सिन, भारत बायोटेक द्वारा निर्मित एक सरकारी समर्थित टीका है. इसकी प्रभावकारिता दर 81 प्रतिशत है. कोविशील्ड वैक्सीन एस्ट्राज़ेनेका द्वारा निर्मित है. स्थानीय रूप से, कोविशील्ड सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ़ इंडिया द्वारा निर्मित किया जा रहा है. स्पुतनिक वी, मॉस्को में गैम्लेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी द्वारा विकसित किया गया था.
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