Electric vehicle fire in India: इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने पर एक्शन में सरकार, बैटरी से जुड़े नियमों में होंगे बदलाव
Electric vehicle fire in India: हाल ही के दिनों में कई इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के बाद इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेक्टर जांच के दायरे में आ गया है. सरकार इस मामले को गंभीरता से देख रही है.

Electric vehicle fire in India: इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों में आग लगने की हालिया घटनाओं ने केंद्र सरकार को इलेक्ट्रिक दोपहिया बैटरी के मानदंडों को संशोधित करने जा रही है. देश में इलेक्ट्रिक वाहनों विशेष तौर पर दोपहिया वाहनों की सुरक्षा को और पुख्ता बनाने हेतु सरकार ने कमर कस ली है.
हाल ही के दिनों में कई इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के बाद इलेक्ट्रिक मोबिलिटी सेक्टर जांच के दायरे में आ गया है. सरकार इस मामले को गंभीरता से देख रही है. इन घटनाओं पर तुरंत एक्शन लेते हुए जहां सरकार ने जांच के आदेश दिए है, वहीं अब इनके लिए स्टैंडर्ड को फिक्स किए जाने का काम भी चल रहा है.
सुरक्षा को लेकर एक बहुत बड़ा सवाल
दोपहिया इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicles) में आग लगने की हाल ही में हुई घटनाओं सुरक्षा को लेकर एक बहुत बड़ा सवाल खड़े कर दिए हैं. इसे देखते हुए सरकार अब इलेक्ट्रिक वाहनों में लगने वाली बैटरी, बैटरी मैनेजमेंट और सेल के जांच की प्रक्रिया में बदलाव करने जा रही है.
प्रक्रिया में बदलाव करने का फैसला
बता दें कि महीनेभर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने के आधा दर्जन केस समाने आ चुके हैं. सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों में इस्तेमाल होने वाली बैटरी, बैटरी मैनेजमेंट तथा सेल के जांच की प्रक्रिया में बदलाव करने का फैसला किया है.
इलेक्ट्रिक दोपहिया बैटरी के लिए संशोधित परीक्षण मानदंड
सरकार सेल के मानकों को संशोधित करने, बैटरी के लिए परीक्षण मानदंडों एव बैटरी प्रबंधन की योजना बना रही है.
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए नए परीक्षण मानदंड अन्य सुरक्षा उपायों के साथ उच्च उत्पादन, रिचार्जिंग मानकों, सेल और बैटरी भंडारण को सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करने की संभावना है.
सरकार अभी इलेक्ट्रिक गाड़ियों को रिकॉल करने का प्लान नहीं कर रही है. बल्कि उसे इस मामले में अभी डीआरडीओ और भारतीय विज्ञान संस्थान की रिपोर्ट का इंतजार है, जो इलेक्ट्रिक गाड़ियों में आग लगने के कारणों पर विस्तार से जांच कर रहे हैं.
नए मानक मुख्य तौर पर ज्यादा प्रोडक्शन के साथ-साथ सेल एवं बैटरी की स्टोरेज क्षमता, रिचार्ज स्टैंडर्ड तथा अन्य सेफ्टी फीचर्स पर जोर देंगे.
सरकार इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बैटरी के मानदंडों में संशोधन क्यों कर रही है?
हाल ही में एक घटना में, तमिलनाडु में ओकिनावा की एक डीलरशिप एजेंसी जलकर राख हो गई. रिपोर्ट्स के अनुसार, पहले आग एक स्कूटर में लगी थी जिसके बाद आग फैल गई. हाल में कंपनी ने अपने 3,215 प्रेज प्रो स्कूटरों को रिकॉल किया है.
हाल ही के दिनों में नासिक में Jitendra Electric के कई स्कूटरों में एक साथ आग लग गई. उन्हें ट्रक में एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा रहा था.
Electric Vehicles: एक नजर में
इलेक्ट्रिक वाहनों में लिथियम-आयन बैटरी का उपयोग होता है, जो सेलफोन और स्मार्टवॉच में भी इस्तेमाल किए जाते हैं. उन्हें आमतौर पर उनके समकक्षों (अन्य बैटरियों) की तुलना में ज्यादा बेहतर एवं हल्का माना जाता है. हालाँकि, हालांकि, लिथियम-आयन बैटरी में आग लगने का खतरा होता है, जैसा कि इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के मामले में देखा गया है.
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