चीन ने नवंबर 2017 के पहले सप्ताह में बेईदोऊ-3 श्रेणी के दो नेविगेशन उपग्रह प्रक्षेपित किये. इन उपग्रहों में एम 1 तथा एम 2 शामिल हैं जिन्हें रॉकेट लॉन्ग मार्च 3बी से छोड़ा गया. इन उपग्रहों को सिचुआन के दक्षिण पश्चिम प्रांत स्थित सेटेलाईट लॉन्च सेंटर शीचांग से छोड़ा गया.
बेईदोउ नेविगेशन उपग्रह प्रणाली में 30 उपग्रह होंगे और इसे 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य है. यह उपग्रह प्रणाली अमेरिका के ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम, रूस के ग्लोनास, और यूरोप के गैलीलियो नेविगेशन उपग्रह प्रणाली का समकक्ष होगा.
बेईदोउ वर्तमान में चीन के भीतर नेविगेशन और पड़ोसी क्षेत्रों को सेवा प्रदान कर रहा है. इसके नामित ग्रहपथ में प्रस्थापित होते ही यह दुसरे स्थापित उपग्रहों में शामिल हो जाएगा.
विदित हो कि ‘बेईदोउ’ परियोजना को औपचारिक रूप से वर्ष 1994 में शुरू किया गया था. चीन की योजना वर्ष 2018 तक बेईदोउ सेवा का विस्तार "बेल्ट एंड रोड" परियोजना के आसपास के देशों में करने की है.
बेईदोउ नेविगेशन सेटेलाईट परियोजना
बेईदोउ नेविगेशन सेटेलाईट परियोजना की शुरुआत 1994 में की गयी थी. इसका नाम चीनी नक्षत्र के नाम पर रखा गया है. इसने वर्ष 2000 से चीन के लिए काम करना शुरू किया जबकि 2012 के अंत से एशिया-पसिफ़िक क्षेत्र में अपनी सेवाएं देना आरंभ किया. इस परियोजना की सफलता से चीन, रूस और अमेरिका के बाद तीसरा ऐसा देश बन गया है जो अपना विशिष्ट नेविगेशन सिस्टम उपयोग करता है.
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