Delhi Mumbai Expressway: पीएम मोदी ने देश के सबसे लंबे एक्सप्रेस-वे के पहले फेज का उद्घाटन किया, इस अवसर पर उन्होंने कहा कि दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे दुनिया के सबसे बेहतर एक्सप्रेसवे में से एक है जो विकासशील भारत की भव्य तस्वीर पेश करता है.
पीएम मोदी ने दौसा, राजस्थान में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन (Delhi–Dausa–Lalsot section) को राष्ट्र को समर्पित किया. इसकी लम्बाई 246 किलोमीटर है.
साथ ही पीएम मोदी ने 5940 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित होने वाले 247 किलोमीटर लंबे नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट्स का भी उद्घाटन किया.
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और Western Dedicated Freight Corridor, ये राजस्थान की, देश की प्रगति के दो मजबूत स्तंभ बनने वाले हैं।
— PMO India (@PMOIndia) February 12, 2023
ये प्रोजेक्ट्स, आने वाले समय में राजस्थान सहित इस पूरे क्षेत्र की तस्वीर बदलने वाले हैं। pic.twitter.com/21pCRW2Utr
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की 10 खासियतें:
1. कुल लम्बाई: यह भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा, जिसकी कुल लम्बाई 1,386 किमी है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन को 12,150 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से तैयार किया गया है.
2. इसके पूर्ण निर्माण के बाद दिल्ली मुंबई के बीच यात्रा की दूरी 1,424 किमी से घटकर 1,242 किमी हो जाएगी, जो कुल दूरी में 12 प्रतिशत की कमी को दर्शाता है.
3.यात्रा समय: इसके निर्माण के बाद दोनों शहरों के बीच के यात्रा का समय 24 घंटे से घटकर 12 घंटे हो जायेगा यानी 50 प्रतिशत कम हो जाएगा.
4. छह राज्यों को करेगा कवर: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे देश के छह राज्यों दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र से होकर गुजरेगा. साथ ही यह जयपुर, किशनगढ़, अजमेर, कोटा, चित्तौड़गढ़, उदयपुर, इंदौर, भोपाल, उज्जैन, वडोदरा और सूरत जैसे प्रमुख शहरों को भी जोड़ेगा.
5. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे आठ लेन का एक्सेस-नियंत्रित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा, जिसको भविष्य में 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है. यह हरियाणा के सोहना से शुरू होकर और मुंबई के पास मीरा भायंदर के आसपास समाप्त होगा.
6. यह एक्सप्रेसवे 93 पीएम गति शक्ति आर्थिक नोड्स, 13 बंदरगाहों, 8 प्रमुख हवाई अड्डों और 8 मल्टी-मोडल लॉजिस्टिक्स पार्क को एक्सेस प्रदान करेगा साथ ही जेवर एअरपोर्ट, नवी मुंबई एअरपोर्ट जैसे एयरपोर्ट्स का भी एक्सेस प्रदान करेगा.
7. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट सेक्शन के संचालन में आने से दिल्ली से जयपुर की यात्रा का समय 5 घंटे से घटकर लगभग 3.5 घंटे रह जाएगा, जो इस क्षेत्र की प्रगति को बढ़ावा देगा.
8. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर यात्रियों की सुविधा के लिए इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन, ट्रामा सेंटर, यात्री सुविधा केंद्र जैसी आधुनिक सुविधाएँ होंगी. साथ ही हर 50 किलोमीटर पर आराम करने की भी व्यवस्था दी जा रही है.
9. इस एक्सप्रेसवे के बनने से सभी आस-पास क्षेत्रो के विकास में समग्रता आयेगी जो देश के इकॉनोमिक ट्रांसफॉर्मेशन में मदद करेगा. इस एक्सप्रेसवे पर कार और हल्के वाहनों की अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रति घंटे होगी.
10. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर ये दोनों प्रोजेक्ट्स मुंबई-दिल्ली आर्थिक गलियारे को मजबूटी प्रदान करेंगे.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण:
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) भारत में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की नोडल एजेंसी है. इसका गठन वर्ष 1988 में NHAI अधिनियम के तहत किया गया था. यह एक स्वायत्त संगठन है जो देश में राष्ट्रीय राजमार्गों के संपूर्ण नेटवर्क का प्रबंधन देखता है.
बीते 9 वर्षों से केंद्र सरकार भी निरंतर इंफ्रास्ट्रक्चर पर बहुत बड़ा निवेश कर रही है। pic.twitter.com/Xt5rIdzhbC
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