अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 13 मार्च 2018 को अमेरिकी खुफिया एजेंसी (CIA) के मौजूदा डायरेक्टर माइक पोम्पियो को विदेश मंत्री नियुक्त किया तथा उनके स्थान पर जीना हास्पेल को सीआईए प्रमुख चयनित किया गया. उन्हें राष्ट्रपति की ओर से नामांकित किया गया है यदि सीनेट द्वारा उनके नाम पर अंतिम मुहर लगा दी जाती है तो जीना हास्पेल सीआईए की पहली महिला प्रमुख होंगी.
वर्तमान में जीना हास्पेल सीआईए की उप-प्रमुख हैं. उन्होंने 7 फ़रवरी 2017 को यह पद संभाला था. अब उन्हें पदोन्नत करके सीआईए का प्रमुख बना दिया गया है. यह माना जाता है कि इस पद पर रहते हुए जीना हास्पेल ने ख़ुफ़िया सूचनाओं को जुटाने, उनका विश्लेषण करने, गुप्त कार्रवाई करने और विदेशी संबंधों को स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
जीना हास्पेल ने सीआईए में गुप्त एजेंट के रूप में लंबे समय तक काम किया है. बतौर गुप्त एजेंट एवं उसके बाद सीआईए में भी उनका कार्यकाल विवादास्पद रहा है.
जीना हास्पेल के बारे में जानकारी
• जीना हास्पेल ने 1985 में सीआईए ज्वाइन किया था. उनके पास सीआईए में काम करने का वृहद अनुभव है.
• वे सीआईए में नेशनल क्लैंडेसटाईन सर्विसेज़ की डिप्टी डायरेक्टर भी रह चुकी हैं.
• जीना हास्पेल को टॉर्चर प्रोग्राम के चलते भी जाना जाता है.
• यह माना जाता है कि वे 2002 में थाईलैंड में एक गुप्त जेल की मुखिया थीं जहां संदिग्ध आतंकवादियों को रखा जाता था.
• मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार थाईलैंड की जेल में अल-कायदा के दो संदिग्ध आतंकवादियों को किये गये टॉर्चर से विश्व भर में जीना हास्पेल चर्चा में आई थीं.
• हास्पेल ने 2005 में एक निर्देश जारी करके सीआईए द्वारा थाईलैंड की जेल में क्रूर तरीके से की गई पूछताछ वाले वीडियो को नष्ट करने के लिए कहा था.
• वे 2003 से 2005 तक सीआईए के गुप्त कार्यक्रम में भी शामिल रहीं जिसमें दर्जनों चरमपंथियों को क्रूर सजायें दी गयीं.
• जीना हास्पेल को आतंकवाद के ख़िलाफ़ कार्रवाई करने के लिए जॉर्ज एस डब्ल्यू बुश सम्मान भी दिया जा चुका है.
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