अमेरिका ने आतंकी सैयद सलाउद्दीन को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया है. इस घोषणा के बाद किसी भी अमेरिकी नागरिक के सलाहुद्दीन के साथ किसी तरह के लेनदेन पर पाबंदी होगी. इसके साथ ही अमेरिकी न्यायिक क्षेत्र के अंतगर्त आने वाली सलाहुद्दीन की सारी संपत्ति ब्लॉक हो जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिकी रक्षामंत्री जेम्स मैटिस एवं विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन से मुलाकात की. बैठक के दौरान भारत के राष्ट्रीय रक्षा सलाहकार अजित डोभाल भी उपस्थित थे.
सैयद सलाउद्दीन ने ढाई दशक से जेहाद के नाम पर ज़मीन पर आतंक मचा रखा है. सलाउद्दीन के अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित होते ही अमेरिका में उसकी संपत्तियां जब्त हो जाएंगी.
हिजबुल मुजाहिद्दीन आतंकी संगठन के माध्यम से सलाउद्दीन और उसके गुर्गे कश्मीर में खूनी खेल खेलते हैं. पाकिस्तान इस खूनी खेल को आतंक की लड़ाई बताता है. हिजबुल मुजाहिद्दीन कश्मीर युवकों को बरगलाकर आतंक के रास्ते पर धकेलता है और पाक इसे आज़ादी की लड़ाई के तौर पर पेश करता है.
पाकिस्तान केवल भारत के खिलाफ ही साजिशें नहीं रच रहा बल्कि अफगानिस्तान में हक्कानी नेटवर्क और तालिबान के जरिए भी आतंकी साज़िश को अंजाम दे रहा है. पिछले दिनों अफगानिस्तान में तालिबान पर सबसे बड़ा बम गिरा कर ट्रंप आतंकवाद पर अपने इरादे ज़ाहिर कर चुका है.
27 साल से सलाउद्दीन का आतंक-
हिंदुस्तान की ज़मीन पर सलाउद्दीन 27 साल से दहशत के खौफनाक खेल को अंजाम दे रहा है. भारत लंबे वक्त से सयैद सलाउद्दीन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगाने की मांग करता रहा है. इसे पूरा करके अमेरिका ने पाक को साफ संदेश दिया है.
सलाउद्दीन ने कश्मीर में लड़ा था विधान सभा चुनाव-
• साल 1990 में पाकिस्तान भागने से पहले सैयद सलाहुद्दीन को कश्मीर में यूसुफ शाह के नाम से जाना जाता था.
• आतंकी बनने से पहले उसने विधायक बनने की नाकाम कोशिश भी की थी.
• 1987 में मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट की टिकट पर विधानसभा पहुंचने की कोशिश की.
• इसी चुनाव में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा.
• 1987 से 1990 के दौरान कश्मीर में अलगाववादी विचारधारा और पाकिस्तान का एजेंडा चलाने की वजह से उसे कैद कर दिया गया था.
• 5 नवंबर 1990 को वो यूसुफ शाह से सैयद सलाहुद्दीन बन गया.
• सीमा पार कर पीओके के मुजफ्फराबाद में उसने हिज़्बुल मुजाहिद्दीन नामक संगठन बनाकर जम्मू-कश्मीर में आंतकवादी गतिविधियों की शुरुआत कर दी.
हाल ही में आतंकियों द्वारा किए गए ताजा हमले-
• 13 जून 2017: पुलवामा, सोपोर, पहलगाम, गोपालपुरा में पुलिस और सीआरपीएफ पर हमला
• 1 मई 2017: बैंक पर हमला, 1 एएसआई और 2 सुरक्षा गार्ड की मौत
• 12 फरवरी 2017: कुलगाम में सुरक्षा बलों से एनकाउंटर 4 आतंकी मारे गए, 2 सुरक्षाकर्मी शहीद
• 17 अगस्त 2016: श्रीनगर-बारामुला सेना के काफिले पर हमला 8 की मौत, 22 ज़ख़्मी
• 4 जून 2016: अनंतनाग में चेक पोस्ट पर हमला सब इंस्पेक्टर और कॉन्सटेबल शहीद
• 3 जून 2016: बिजबेहारा में बीएसएफ पर हमला 2 जवान शहीद, 6 जख़्मी
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