भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट, तेजस ने अपनी एयर-टू-एयर हथियारों की क्षमता में 5 वीं पीढ़ी के पायथन -5 एयर-टू-एयर मिसाइल (AAM) को जोड़ा है. पायथन -5 मिसाइल का पहला परीक्षण 27 अप्रैल 2021 को DRDO द्वारा किया गया था.
इन परीक्षणों का उद्देश्य तेजस पर पहले से ही इंटीग्रेटेड डर्बी बियॉन्ड विजुअल रेंज (BVR) AAM की क्षमता को बढ़ाना है. इन मिसाइलों का परीक्षण गोवा में किया गया और इन मिशन परीक्षणों के सफल समापन ने बेहद चुनौतीपूर्ण परिदृश्यों के तहत इसके प्रदर्शन को मान्य साबित किया.
ये पाइथन मिसाइलें लक्ष्य को 100 प्रतिशत सटीकता के साथ मारने में सक्षम थीं. डर्बी मिसाइल ने एक उच्च गति के पैंतरेबाज़ी हवाई लक्ष्य पर सीधा प्रहार भी किया जिससे उनकी पूरी क्षमता प्रमाणित हुई. इन मिसाइल परीक्षणों ने अपने सभी नियोजित उद्देश्यों को पूरा किया.
मुख्य विशेषताएं
• तेजस पर विमान प्रणालियों जैसेकि, मिसाइल वेपन डिलीवरी सिस्टम, एविओनिक्स, फायर-कंट्रोल रडार और फ्लाइट कंट्रोल सिस्टम के साथ मिसाइलों के एकीकरण के आकलन के लिए इन परीक्षणों से पहले बेंगलुरू में व्यापक मिसाइल कैरिज उड़ान परीक्षण किए गए थे.
• इन सफल पृथक्करण परीक्षणों के बाद, एक बंशी लक्ष्य पर मिसाइल का लाइव प्रक्षेपण गोवा में किया गया.
• इस पायथन-5 मिसाइल लाइव लॉन्च के आयोजन का लक्ष्य सभी पहलुओं के साथ-साथ दृश्य सीमाओं से परे अपने लक्ष्य को मार गिराना था.
• इन मिसाइलों ने लाइव लॉन्च में अपने सभी हवाई लक्ष्य मार गिराए.
• इन मिसाइलों का परीक्षण भारतीय वायु सेना (IAF) द्वारा उड़ाए गए तेजस विमानों के द्वारा राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र (NFTC) से किया गया था.
• केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO, ADA, भारतीय वायु सेना और HAL सहित ट्रायल में शामिल अन्य सभी सभी टीमों को बधाई दी.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation