प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने 11 मई 2018 को नेपाल और भारत में तीर्थाटन को बढ़ावा देने के लिए जनकपुर और अयोध्या के बीच सीधी बस सेवा का उद्घाटन किया. अयोध्या से जनकपुर के बीच करीब 493 किमी. की दूरी है.
नेपाल और भारत में धार्मिक पर्यटन:
यह बस सेवा नेपाल और भारत में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना चाहता है.
पौराणिक कहानी 'रामायण' के अनुसार, अयोध्या भगवान राम का जन्मस्थान है, जबकि जनकपुर देवी सीता का जन्मस्थल है.
जनकपुर भगवान राम की पत्नी देवी सीता के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है. जानकी मंदिर का निर्माण वर्ष 1910 में सीता की स्मृति में किया गया था. यह तीन मंजिला मंदिर पूरी तरह पत्थर से बना हुआ है और 4860 वर्गफुट क्षेत्र में फैला हुआ है.
बस सेवा तीर्थयात्रियों को जनकपुर-अयोध्या-जनकपुर परिवहन सुविधा प्रदान करेगी.
रामायण सर्किट:
रामायण सर्किट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में से एक है जिसमें जनकपुर एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. केन्द्र सरकार ने रामायण सर्किट योजना के पहले चरण के लिए 245 करोड़ का बजट प्रस्तावित किया है. इसके अतिरिक्त चित्रकूट और श्रृंगवेरपुर के बीच के 11 स्थलों के लिए भी अलग बजट प्रस्तावित है. इन महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा.
रामायण सर्किट के तहत आने वाले 15 शहर | |
शहर | राज्य |
अयोध्या | उत्तर प्रदेश |
श्रृंगवेरपुर | उत्तर प्रदेश |
चित्रकूट | उत्तर प्रदेश |
सीतामढ़ी | बिहार |
बक्सर | बिहार |
दरभंगा | बिहार |
नंदीग्राम | उत्तर प्रदेश |
महेंद्रगिरी | ओडिशा |
जगदलपुर | छत्तीसगढ़ |
भद्राचलम | तेलंगाना |
रामेश्वरम | तमिलनाडु |
हंपी | कर्नाटक |
नासिक | महाराष्ट्र |
नागपुर | महाराष्ट्र |
चित्रकूट | मध्य प्रदेश |
इस रामायण सर्किट का विकास राज्य और केन्द्र सरकारें मिलकर करेंगी. स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत रामायण सर्किट का विकास किया जा रहा है.
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