भारत में कोविड -19 टीकाकरण अभियान मकर संक्रांति, लोहड़ी, माघ बिहू, पोंगल सहित सभी त्योहारों के कारण 16 जनवरी, 2021 से शुरू होगा. यह सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शुरू करने का निर्णय इस 09 जनवरी, 2021 को लिया गया था. प्रधानमंत्री ने इस घातक बीमारी के खिलाफ टीकाकरण के लिए केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों की तैयारी की भी समीक्षा की.
भारत में किसे प्राथमिकता के आधार पर टीका लगाया जाएगा?
प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी किए गये एक बयान के अनुसार, लगभग तीन करोड़ फ्रंटलाइन, हेल्थकेयर वर्कर्स को प्राथमिकता दी जाएगी. उनके बाद 50 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को यह टीका लगाया जाएगा और फिर, 50 वर्ष से कम आबादी वाले ऐसे लोगों को यह टीका लगाया जाएगा जिन्हें कोई गंभीर बीमारी है. इनकी अनुमानित संख्या लगभग 27 करोड़ है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कोविड -19 टीकाकरण अभियान की स्थिति की समीक्षा की
इस बैठक के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी को इस टीकाकरण अभियान के लिए केंद्र और राज्यों के सहयोग से की जाने वाली तैयारियों बारे में जानकारी दी गई. उन्हें सरकार की को-विन वैक्सीन डिलीवरी प्रबंधन प्रणाली से भी अवगत कराया गया.
On 16th January, India takes a landmark step forward in fighting COVID-19. Starting that day, India’s nation-wide vaccination drive begins. Priority will be given to our brave doctors, healthcare workers, frontline workers including Safai Karamcharis. https://t.co/P5Arw64wVt
— Narendra Modi (@narendramodi) January 9, 2021
मुख्य विशेषताएं
• एक बयान के अनुसार, टीकाकरण अभियान को लोगों की सहभागिता (जन भागीदारी), सार्वभौमिक टीकाकरण कार्यक्रम और चुनाव के अनुभव का उपयोग करके भागीदारी के सिद्धांतों के आधार पर तैयार किया गया है.
• इस अभियान में मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं, विशेष रूप से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं और राष्ट्रीय कार्यक्रमों से समझौता नहीं किया जाएगा.
• टीकाकरण अभियान के महत्वपूर्ण स्तंभ में टीका प्रशासक और टीका लगाने से जुड़े सभी लोग शामिल होंगे.
• प्रशिक्षकों के राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षण के दौरान लगभग 2,360 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया था. इसमें कोल्ड चेन अधिकारी, टीकाकरण अधिकारी, विकास भागीदार और IEC अधिकारी शामिल थे.
• इस अभियान के लिए, 2 लाख से अधिक वैक्सीनेटर, 61,000 प्रोग्राम मैनेजर और 3.7 लाख टीम के सदस्यों को प्रशिक्षित किया गया है.
को-विन वैक्सीन प्रबंधन प्रणाली के बारे में
• विशेष डिजिटल प्लेटफॉर्म वैक्सीन स्टॉक, वैक्सीन के भंडारण तापमान और वैक्सीन के लाभार्थियों की ट्रैकिंग के बारे में वास्तविक जानकारी प्रदान करेगा.
• यह प्लेटफॉर्म पूर्व-पंजीकृत लाभार्थियों के लिए सभी स्तरों पर कार्यक्रम प्रबंधकों की सहायता करेगा.
भारत में दो टीकों को दिया गया आपातकालीन प्राधिकार
राष्ट्रीय नियामक ने भारत में दो टीकों - को-वैक्सिन और कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग प्राधिकार प्रदान किया है.
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