BrahMos Supersonic Cruise Missile: भारतीय नौसेना (Indian Navy) के अपने युद्धपोत आईएनएस विशाखापत्तनम (INS Visakhapatnam) से 18 फरवरी 2022 को समुद्र में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) का सफल परीक्षण किया है. गौरतलब है कि 21 फरवरी 2022 को राष्ट्रपति की फ्लीट रिव्यू में हिस्सा लेने हेतु युद्धपोत को विशाखापत्तनम लाया गया है.
बता दें कि 21 फरवरी 2022 को विशाखापत्तनम में नौसेना द्वारा आयोजित की जाने वाली राष्ट्रपति की फ्लीट रिव्यू में भारत की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा. इसके बाद द्विवार्षिक बहुपक्षीय नौसैन्य अभ्यास ‘मिलन’ होगा. हाल ही में आईएनएस विशाखापत्तनम शामिल हुआ भारतीय नौसेना का नवीनतम युद्धपोत है.
सबसे खतरनाक मिसाइलों में से एक
ब्रह्मोस भारतीय नौसेना के युद्धपोतों का मुख्य हथियार प्रणाली है और इसे इसके लगभग सभी सतही प्लेटफार्म पर तैनात किया गया है. आपको बता दें कि ब्रह्मोस मिसाइल को 21वीं सदी की सबसे खतरनाक मिसाइलों में गिना जा रहा है.
#WATCH | Indian Navy’s warship INS Visakhapatnam carried out a test firing of BrahMos supersonic cruise missile off the western seaboard. The warship has now reached Visakhapatnam to take part in President’s Fleet Review on February 21 pic.twitter.com/qsYUi1QHgf
— ANI (@ANI) February 18, 2022
मिलन कार्यक्रम की शुरुआत
भारत द्वारा आयोजित मिलन कार्यक्रम की शुरुआत साल 1995 में अंडमान के निकोबार द्वीप समूह में चार तटवर्ती नौसेनाओं की भागीदारी के साथ की गई थी. इस आयोजन का 11वां संस्करण मिलन 2022 है. इसमें 45 से अधिक देशों को भाग लेने के लिए निमंत्रण दिया गया है. इस आयोजन में बड़ी संख्या में मित्र देशों के प्रतिनिधिमंडलों और युद्धपोतों के भाग लेने की उम्मीद जताइ जा रही है.
ब्रह्मोस मिसाइल की खूबियां
ब्रह्मोस मिसाइल कई खूबियों से लैस है. यह मिसाइल 400 किलोमीटर तक का लक्ष्य भेदने में सक्षम है. इसे भारत तथा रूस के संयक्त प्रयास से निकसित किया गया है. इस मिसाइल को भारत और रूस के संयुक्त प्रयास से विकसित किया गया है.
यह मिसाइल 2.5 टन तक परमाणु अणु और परमाणुक युद्धास्त्र ले जाने में भी सक्षम है. डीआरडीओ ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल को विकसित किया है. हाल ही में इस मिसाइल की रेंज 298 किलोमीटर से बढ़ाकर 450 किलोमीटर की गई थी.
यह रूस की पी-800 ओंकिस क्रूज मिसाइल की प्रौद्योगिकी पर आधारित है. इस मिसाइल को भारतीय सेना, वायुसेना तथा नौसेना को सौंपा जा चुका है. ब्रह्मोस मिसाइल एक शक्तिशाली आक्रामक मिसाइल हथियार प्रणाली है. इसे पहले ही सशस्त्र बलों में शामिल किया जा चुका है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation