नासा के अधिकारियों ने यह बताया कि 29 जुलाई, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) कुछ समय के लिए नियंत्रण से बाहर हो गया था.
यह घटना उस समय हुई जब रूस के नौका रिसर्च मॉड्यूल के नए आये जेट थ्रस्टर्स को ऑर्बिटिंग चौकी पर डॉक किए जाने के कुछ घंटों बाद अचानक मिसफायर हो गया.
नासा और रूसी राज्य के स्वामित्व वाली समाचार एजेंसी RIA के अनुसार, ISS में उपस्थित चालक दल के सात सदस्य - तीन नासा अंतरिक्ष यात्री, दो रूसी अंतरिक्ष यात्री, फ्रांस से एक यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी और एक जापानी अंतरिक्ष यात्री - इस दौरान कभी भी किसी तत्काल खतरे में नहीं थे.
इस अचानक हुए मिसफायर के कारण नियंत्रण से बाहर हुआ ISS: क्या हुआ?
29 जुलाई की यह घटना रूस के बहुउद्देशीय नौका मॉड्यूल के ISS पर पहुंच जाने के लगभग तीन घंटे बाद शुरू हुई, क्योंकि मॉस्को में मिशन नियंत्रक कुछ पोस्ट-डॉकिंग 'पुनर्गठन' प्रक्रियाओं का प्रदर्शन कर रहे थे.
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के उन्मुखीकरण में एक अप्रत्याशित और अचानक बहाव/ ड्रिफ्ट का पहली बार स्वचालित ग्राउंड सेंसर द्वारा पता लगाया गया था, जिसके बाद 15 मिनट बाद "एटीट्य़ूड कंट्रोल हट गया" जो 45 मिनट से थोड़ा अधिक समय तक चला.
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन: इस संकट का प्रबंधन कैसे किया गया?
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के अधिकारियों ने बताया कि, जमीन पर उड़ान दल ऑर्बिटिंग प्लेटफॉर्म के दूसरे मॉड्यूल पर थ्रस्टर्स को सक्रिय करके, इस ISS के उन्मुखीकरण को बहाल करने में सक्षम थे.
अंतत: नौका इंजनों को बंद कर दिया गया, अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन को स्थिर कर दिया गया और इसके उन्मुखीकरण को फिर से वहीं बहाल कर दिया गया जहां से यह शुरू हुआ था.
ISS पर सवार चालक दल पर प्रभाव
अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर सवार चालक दल के साथ संचार, इस व्यवधान के दौरान, दो बार कई मिनट के लिए खो गया था.
भागने की योजना
अगर स्टेशन पर स्थिति इतनी खतरनाक हो जाती है कि, तुरंत निकासी की आवश्यकता होती है, तो ISS पर सवार चालक दल स्पेसएक्स के चालक दल के कैप्सूल के द्वारा बच कर निकल सकते थे, जो अभी भी ISS की चौकी/ आउटपोस्ट पर खड़ा है और अगर आवश्यक हो तो जीवनरक्षक नौका के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है.
रूस के नौका मॉड्यूल के खराब होने का क्या कारण था?
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी द्वारा दिए गये एक बयान के मुताबिक, रूस के नौका मॉड्यूल के थ्रस्टर्स के खराब होने का कारण अभी तक निर्धारित नहीं किया गया है.
इस नौका मॉड्यूल में, कजाकिस्तान के बैकोनूर कोस्मोड्रोम से आखिरी बार लॉन्च होने के बाद, कई गड़बड़ियों का अनुभव किया था, जिसने चिंता पैदा की थी.
नौका मॉड्यूल के बारे में
इसे रिसर्च लैब, एयरलॉक और स्टोरेज यूनिट के तौर पर काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. यह मॉड्यूल ISS पर रूस की क्षमताओं को उन्नत करने में मदद करेगा.
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी ने एक बयान में यह कहा कि, टेलीमेट्री डाटा और ISS क्रू की रिपोर्ट के अनुसार, स्टेशन के ऑनबोर्ड सिस्टम और नौका मॉड्यूल सामान्य रूप से काम कर रहे हैं.
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