उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने राज्य में वरिष्ठ आईपीएस सुलखान सिंह को नया डीजीपी नियुक्त किया है. आईपीएस सुलखान सिंह डीजीपी जावीद अहमद का स्थान ग्रहण करेंगे. सुलखान सिंह 1980 की बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हैं. सुलखान सिंह पहले प्रशिक्षण मुख्यालय में तैनात थे.
सुलखान सिंह के बारे में-
- मूल रूप से बांदा जिले के निवासी 59 वर्षीय सुलखान सिंह 30 सितंबर, 2017 को सेवानिवृत्त होने वाले हैं.
- सुलखान सिंह 1980 कैडर के अधिकारी हैं. उन्होंने इंजिनियरिंग और वकालत की है.
- प्रदेश में उच्च पदों पर आसीन अधिकारियों के सम्बन्ध में सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन है कि डीजीपी की तैनाती कम से कम दो वर्ष के लिए की जाए.
- सुलखान सिंह सख्त और ईमानदार अफसर माने जाते हैं.
- बसपा सरकार के दौरान उन्होंने भर्ती घोटाले की जांच की.
- राजनाथ सिंह सरकार में सुलखान सिंह लखनऊ के डीआईजी रहे.
- भाजपा ने चुनाव के दौरान लगातार डीजीपी जावीद अहमद को हटाने की निर्वाचन आयोग से मांग की थी.
- पूर्व डीजीपी जावीद अहमद को डीजी पीएसी जैसे महत्वपूर्ण पद पर स्थानांतरित भी किया गया है.
- आईपीएस सुलखान सिंह रामपुर, पीलीभीत, सहारनपुर, इलाहाबाद और आगरा में पुलिस कप्तान और मिर्जापुर, इलाहाबाद और लखनऊ के डीआईजी रह चुके हैं.
अन्य नियुक्तियां-
- एडीजी कानून-व्यवस्था और अभिसूचना समेत कुल 12 आइपीएस अफसरों की महत्वपूर्ण पदों पर भी नई तैनाती की गई है.
- एडीजी कानून-व्यवस्था दलजीत सिंह चौधरी को भी ईओडब्लू जैसा महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया.
- एडीजी कानून-व्यवस्था बनाए गए आदित्य मिश्रा 1989 बैच के अधिकारी हैं और वह गोरखपुर जोन के आइजी भी रह चुके हैं.
- 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी भवेश कुमार सिंह को एडीजी अभिसूचना की जिम्मेदारी प्रदान की गयी है. भवेश कुमार सिंह भी गोरखपुर जोन के आइजी रह चुके हैं और मेरठ और आगरा जोन के आइजी का भी दायित्व निर्वहन कर चुके हैं.
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