ईरान ने हाल ही में सभी अमेरिकी सेना को ‘आतंकवादी’ घोषित किया है. ईरान ने जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के मामले में पूरी अमेरिकी सेना को ‘आतंकवादी’ घोषित किया है. ईरान की संसद ने 07 जनवरी 2020 को एक विधेयक पारित कर सभी अमेरिकी बलों को 'आतंकवादी' घोषित कर दिया है.
दरअसल, ईरान ने जनरल कासिम सुलेमानी के बगदाद में अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद यह कदम उठाया है. ईरान द्वारा पारित नए बिल के अनुसार, सभी अमेरिकी बलों एवं पेंटागन के कर्मचारियों, उससे संबद्ध संगठनों, एजेंटों और कमांडरों तथा सोलेमानी के की हत्या का आदेश देने वाले लोगों को 'आतंकवादी' घोषित किया गया है.
संसद ने क्या कहा?
ईरान की संसद ने कहा कि सैन्य, खुफिया, वित्तीय, तकनीकी, सेवा या लॉजिस्टिकल सहित इन बलों को कोई भी सहायता, आतंकवादी कार्य में सहयोग के रूप में मानी जायेगी.
कासिम सुलेमानी की मौत कैसे हुई?
अमेरिका द्वारा बगदाद एयरपोर्ट पर एक एयर स्ट्राइक की गई. इस एयर स्ट्राइक में कासिम सुलेमानी की मौत हो गई. कासिम सुलेमानी का काफिला बगदाद एयरपोर्ट की तरफ बढ़ रहा था तभी एक रॉकेट हमले की जद में आ गया.
कासिम सुलेमानी के बारे में
कासिम सुलेमानी पश्चिम एशिया में ईरानी गतिविधियों को चलाने के प्रमुख रणनीतिकार थे. सुलेमानी पर इजरायल में भी रॉकेट हमलों को अंजाम देने का आरोप था. जनरल सुलेमानी को अयातुल्ला खामेनी के बाद ईरान में सबसे ताकतवर माना जाता था.
कासिम सुलेमानी को भविष्य का राष्ट्रपति भी कहा जाता था. उन्होंने आईएसआईएस को हराने में सहायता की तथा पश्चिम एशिया में ईरान का प्रभाव बढ़ाने में भी उनकी अहम भूमिका थी. सुलेमानी का जन्म ईरान के करमन प्रांत में एक किसान परिवार में हुआ था.
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परमाणु समझौते से अलग होने का घोषणा
ईरान ने 2015 परमाणु समझौते से अलग होने का घोषणा किया है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भी कई बार कह चुके हैं कि ईरान अमेरिकी प्रतिष्ठान को नुकसान पहुंचाता है तो उसे सख्ती से जवाब दिया जायेगा.
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