कर्नाटक विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला. हालांकि भाजपा 104 सीटों के साथ सबसे बड़े दल के रूप में उभरी. दूसरी तरफ, कांग्रेस ने 78 सीटों पर जीत हासिल की.
राज्य में विधानसभा की कुल 225 सीटें हैं जिनमें से 224 पर विधायकों का निर्वाचन होता है जबकि एक सीट पर सदस्य का मनोनयन किया जाता है. गौरतलब है कि 12 मई 2018 को 222 सीटों पर मतदान हुआ था. एक सीट पर मतदान भाजपा प्रत्याशी और वर्तमान विधायक बी एन विजयकुमार के निधन के चलते स्थगित कर दिया गया है.
222 सीटों के रुझानों में भाजपा ने बड़ी बढ़त बनाई है.
कर्नाटक विधानसभा चुनाव परिणाम 2018 | |||
पार्टी | जीत | बढ़त | कुल |
बहुजन समाज पार्टी | 1 | 0 | 1 |
भारतीय जनता पार्टी | 104 | 0 | 104 |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 78 | 0 | 78 |
जनता दल (सेक्युलर) | 37 | 0 | 37 |
कर्नाटक प्रगन्यावन्था जनता पार्टी | 1 | 0 | 1 |
निर्दलीय | 1 | 0 | 1 |
कुल | 222 | 0 | 222 |
त्रिशंकु विधानसभा:
त्रिशंकु विधानसभा की सूरत में राज्यपाल सबसे बड़े दल या चुनाव पूर्व गठबंधन को सरकार बनाने का न्यौता देते हैं और सदन में बहुमत साबित करने का मौका देते हैं. चूंकि कांग्रेस और जेडीएस का चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं था, लिहाजा यह राज्यपाल पर है कि वे किसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते हैं.
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संभावना:
भाजपा एक बड़े दल के रूप में उभरा हैं. इस बात की पूरी संभावना है कि राज्यपाल सबसे बड़े दल के रूप में भाजपा को न्यौता देंगे. सदन में बहुमत साबित करने के लिए वह दो निर्दल और बसपा के एक विधायक को अपने खाते में ला सकती है. इसके अलावा कांग्रेस या जेडीएस के कुछ विधायकों से इस्तीफा दिलवा सकती है. इससे बहुमत का आंकड़ा घट जाएगा, जिसे पार करना उसके लिए आसान हो जाएगा.
चुनाव बाद जेडीएस से गठबंधन करने के कारण कांग्रेस के इस मोर्चे को न्यौता मिलने की उम्मीद कम. अगर भाजपा बहुमत साबित नहीं कर पाती है तो राज्यपाल इस मोर्चे को आमंत्रित कर सकते हैं, लेकिन इसकी संभावना कम है.
मतगणना केंद्रों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए थे. बंगलूरू में 11000 पुलिसकर्मी, रैपिड एक्शन फोर्स की एक टुकड़ी और कर्नाटक स्टेट रिजर्व पुलिस की 20 टुकड़ियां तैनात की गई थी.
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