नासा पहली बार अपने चंद्र मिशन 'आर्टेमिस 2' के लिए एक महिला अंतरिक्ष यात्री को चुना है. नासा ने इस मिशन के लिए 4 अंतरिक्ष यात्रियों के नाम का ऐलान किया है.
इस मिशन में क्रिस्टीना हैमरकोक, जर्मी हैंसन, विक्टर ग्लोवर और रीड वाइज़मैन शामिल है जो नासा के ड्रीम प्रोजेक्ट 'आर्टेमिस 2' मिशन के साथ चंद्रमा की परिक्रमा करेंगे.
नासा इस चन्द्र मिशन को 2025 की शुरुआत या अंत तक लॉन्च करने की योजना बनाया है. इस मिशन में पहली बार एक गैर-अमेरिकी को भी शामिल किया गया है. विक्टर ग्लोवर पहले अश्वेत अंतरिक्ष यात्री होंगे.
They're going to the Moon! Introducing the #Artemis II astronauts:
— NASA's Johnson Space Center (@NASA_Johnson) April 3, 2023
Reid Wiseman (@astro_reid), Commander
Victor Glover (@AstroVicGlover), Pilot
Christina Koch (@Astro_Christina), Mission specialist
Jeremy Hanson (@Astro_Jeremy), Mission specialisthttps://t.co/Hy1110MOEi pic.twitter.com/SeETL5iURu
कौन है क्रिस्टीना कोच?
'आर्टेमिस 2' मिशन के लिए चुनी गयी क्रिस्टीना कोच, पहले से ही अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक उड़ान भरने का रिकॉर्ड रखती है. वह तीन महिला स्पेसवॉक का हिस्सा थी. उनके इन अनुभवों को देखते हुए उन्हें इस विशेष मिशन के लिए चुना गया है.
क्रिस्टीना कोच मिशन के लिए नियुक्त पहली महिला अंतरिक्ष यात्री है. क्रिस्टीना हैमॉक कोच ने 2013 में नासा ज्वाइन किया था.
कोच ने 2019 में मिशन 59, 60 और 61 पर फ़्लाइट इंजीनियर के रूप में इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के सफ़र की शुरुआत की थी. कोच को टाइम मैगज़ीन के 2020 के 100 सबसे प्रभावशाली लोगों में भी शामिल किया गया था.
'आर्टेमिस 2' मिशन हाइलाइट्स:
'आर्टेमिस 2' मिशन के तहत नासा अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा पर भेजने की तैयारी में है. नासा के अपोलो मिशन के पांच दशक से अधिक समय बाद कोई ऐसा मिशन लांच किया जा रहा है.
इस मिशन के तहत, अंतरिक्ष यात्री विज्ञान और अन्वेषण के विभिन्न कार्यक्रमों को अंजाम देंगे. चंद्रमा पर दीर्घकालिक समय के लिए नासा का यह पहला क्रू मिशन है.
इस मिशन के पायलट के रूप में विक्टर ग्लोवर को नामित किया गया है. साथ ही कमांडर रीड वाइसमैन होंगे, मिशन स्पेसिऍलिस्ट-1 क्रिस्टीना हैमॉक कोच होंगी और मिशन स्पेसिऍलिस्ट-2 जेरेमी हैनसेन होंगे.
यह मिशन लगभग 10 दिनों का होगा, आर्टेमिस II को पावरफुल स्पेस लॉन्च सिस्टम रॉकेट पर लॉन्च किया जायेगा. इसके लिए ओरियन अंतरिक्ष यान का उपयोग किया जायेगा.
मिशन का हिस्सा बनने वाले रीड वाइसमैन की यह दूसरी स्पेस यात्रा होगी, वह इससे पहले मई से नवंबर 2014 तक इंटरनेशनल स्टेशन फॉर एक्सपीडिशन 41 में फ्लाइट इंजीनियर के रूप में काम कर चुके है.
आर्टेमिस II, चंद्रमा के दूर के हिस्से से लगभग 6,400 मील (10,300 किमी) की दूरी तय करेगा, अपोलो 17 के बाद से यह सबसे बड़ा चन्द्र मानव मिशन है.
मिशन का उद्देश्य:
इस मिशन के तहत नासा, नई तकनीकी के माध्यम से चाँद के सतह के बारे में जानकारी एकत्र करने की कोशिश करेगा.
नासा ने यह भी बताया कि ऐसे मिशन को बढ़ावा देने के लिए वाणिज्यिक और अंतर्राष्ट्रीय साझेदारों के साथ सहयोग भी किया जायेगा जिससे चंद्रमा पर दीर्घकालिक उपस्थिति दर्ज की जा सके.
इस मिशन से जुड़े अनुभवों के आधार पर नासा, मंगल पर अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने की तैयारी कर सकता है.
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