भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस (National Sports Day) प्रतिवर्ष 29 अगस्त को मनाया जाता है. भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस महान हॉकी प्लेयर मेजर ध्यानचंद की स्मृति में मनाया जाता है. यह दिवस हम सभी के लिए एथलीटों के योगदान, दृढ़ संकल्प और असाधारण उपलब्धियों को याद करने की मनाया जाता है.
इस दिन भारत के महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का साल 1905 में प्रयागराज में जन्म हुआ था. देश में इस मौके पर कई तरह की स्पोर्ट्स इवेंट्स का आयोजन किया जाता है, जिसमें क्रिकेट, कबड्डी, मैराथन, बास्केटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल जैसे खेल शामिल है.
Union Minister @ianuragthakur visits Punjab and gifts sports development projects worth Rs 13 crore to NSNIS Patiala on the eve of National Sports Day
— DD News (@DDNewslive) August 28, 2023
During the visit, he met athletes going to participate in the Asian Games in China.
"India will shine in this year's Asian… pic.twitter.com/mpHDL1xWgD
हॉकी का जादूगर:
मेजर ध्यानचंद को हॉकी का जादूगर भी कहा जाता है. मेजर ध्यानचंद ने साल 1928, 1932 और 1936 में भारत को ओलंपिक में स्वर्ण पदक दिलाया था. मेजर ध्यानचंद के खेल के क्षेत्र में उनके अद्वितीय योगदान को मान्यता देने के लिए भारत सरकार ने वर्ष 2012 में उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मानाने की घोषणा की थी.
मेजर ध्यानचंद का करियर 1926 से 1948 तक चला था. इस अवधि के दौरान उन्होंने 185 मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए 400 से अधिक गोल किये थे. वह सर्वकालिक महान हॉकी खिलाड़ियों में से एक थे.
राष्ट्रीय खेल दिवस 2023 थीम:
राष्ट्रीय खेल दिवस 2023 की थीम की अभी कोई जानकारी नहीं मिली है. हालाँकि, लोग सोशल मीडिया पोस्ट पर #NationalSportsDay का उपयोग करके इस दिन का जश्न मना रहे है.
खिलाड़ियों को दिए जाते है अवार्ड:
राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर, देश के विभिन्न खेलों से जुड़े खिलाड़ियों, कोंचो आदि को खेल से जुड़े राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया जाता है. इसमें सबसे बड़ा अवार्ड्स में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न (जिसे पहले राजीव गांधी खेल रत्न कहा जाता था), अर्जुन पुरस्कार शामिल है. इसके साथ ही ध्यानचंद पुरस्कार और द्रोणाचार्य पुरस्कार आदि अवार्ड भी दिए जाते है.
वर्ष 1991 में गठित, राजीव गांधी खेल रत्न (अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न) सबसे पहले भारत के पहले ग्रैंड मास्टर और पांच बार के विश्व शतरंज चैंपियन विश्वनाथन आनंद को प्रदान किया गया था.
राष्ट्रीय खेल दिवस का महत्व:
राष्ट्रीय खेल दिवस हमारे दैनिक जीवन में खेल और शारीरिक गतिविधि के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में भी मदद करता है.
मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी है खेलकूद: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोगों को मेंटल स्ट्रेस होना एक आम समस्या हो गई है औ लोग इससे बचने के लिए साइकोलॉजिकल ट्रीटमेंट्स की ओर भागते है. लेकिन स्पोर्ट्स मेंटल स्ट्रेस को कम करने में काफी सहायक होता है. इसलिए लोगों को खेल कूद फिजिकल एक्सरसाइज आदि से जुड़ने की सलाह दी जाती है.
फिजिकल फिटनेस: राष्ट्रीय खेल दिवस के माध्यम से सभी उम्र के लोगों को शारीरिक फिटनेस अपनाने के लिए प्रेरित किया जाता है. फिटनेस एक्टिविटी से आप कई प्रकार की जटिल बिमारियों से बच सकते है. साथ ही अपने शरीर की फीट भी रख सकते है.
खेल-कूद की गतिविधियों को बढ़ावा: इस दिवस के आयोजन के माध्यम से देश में खेल संस्कृति के विकास को भी बल मिलता है. इसका आयोजन युवाओं को न केवल प्रतिस्पर्धा के लिए बल्कि समग्र व्यक्तिगत विकास के लिए भी प्रेरित करता है. साथ ही विभिन्न खेलों में भाग लेने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करता है.
भारत में खेलों को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं:
1. खेलो इंडिया योजना: खेलो इंडिया योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी द्वारा वर्ष 2016 में शुरू की गई थी.
2. फिट इंडिया मूवमेंट: भारत में फिट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत वर्ष 2019 में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर पीएम मोदी द्वारा की गयी थी.
3. खेल प्रतिभा खोज पोर्टल: खेल प्रतिभा खोज पोर्टल को देश में युवा प्रतिभावों को खोजने के लिए किया गया था. यह पोर्टल 2017 में लांच किया गया था.
4. राष्ट्रीय खेल विकास फंड: राष्ट्रीय खेल विकास फंड का गठन नवंबर 1998 में तत्कालीन सरकार द्वारा किया गया था. जिसकी मदद से खेलों को बढ़ावा दिया जा रहा है.
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