संचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने 25 मई 2017 को पंडित दीन दयाल उपाध्याय दूर संचार कौशल उत्कृष्टता पुरस्कार योजना और पंडित दीन दयाल उपाध्याय संचार कौशल विकास प्रतिष्ठान योजना की शुरूआत की.
इसका उद्देश्य दूरसंचार क्षेत्र के लिए कुशल श्रम बल उपलब्ध कराना है. इसमें इस विभाग से संबद्ध सभी सार्वजनिक उपक्रमों की भागीदारी होगी. संचार मंत्री मनोज सिन्हा घोषणा करते हुये कहा कि इसके साथ ही दूरसंचार के क्षेत्र में नवाचार करने वाले स्टार्टअप कंपनियों या व्यक्तियों को सरकार की ओर से सम्मानित करने की भी योजना बनायी गयी है. इसके लिए पंडित दीनदयाल कौशल उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किये जाएंगे.
मुख्य बिंदु
• पंडित दीन दयाल उपाध्याय संचार कौशल विकास प्रतिष्ठान योजना के पहले चरण के तहत 10 राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों के 10 हजार लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
• पहले चरण में उत्तर प्रदेश, बिहार, ओडिशा, पंजाब और हरियाणा शामिल हैं.
• दूर संचार विभाग नई योजना के तहत भविष्य में 1000 से अधिक संचार कौशल विकास प्रतिष्ठान स्थापित करेगा.
• जो व्यक्ति उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे उन्हें पंडित दीन दयाल उपाध्याय दूर संचार कौशल उत्कृष्टता पुरस्कार प्रदान किए जायेंगे.
• एक स्वतंत्र चयन मंडल गठित किया जायेगा जो इस पुरस्कार के विजेताओं का चयन करेगा.
योजना का उद्घाटन करते हुए मंत्री ने कहा कि दिसंबर 2018 तक देश की सभी ग्राम पंचायतों के ब्राडबैंड से जुड़ने के बाद 60 करोड़ ग्रामीणों तक दूरसंचार सेवायें सरलता से पहुंचेगी तब इन सेवाओं से जुड़ी शिकायतों को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर कुशल कामगारों की जरूरत होगी. इसी बात को ध्यान में रखते हुये कौशल विकास प्रतिष्ठान शुरू करने की योजना बनायी गयी है.
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