प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 07 दिसंबर 2021 को गोरखपुर को करोड़ों की परियोजनाओं की सौगात दी है. प्रधानमंत्री ने लगभग 9,600 करोड़ की परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया है. इन परियोजनाओं में सबसे महत्वपूर्ण है गोरखपुर का खाद कारखाना, जिसकी कुल लागत 8603 करोड़ है. इसके अतिरिक्त पीएम मोदी गोरखपुर में एम्स और आरएमआरसी के जांच केंद्र का भी उद्घाटन किया.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे. 2016 में पीएम मोदी ने ही उर्वरक संयंत्र और एम्स का शिलान्यास किया था. इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि खाद कारखाना और गोरखपुर एम्स का लोगों को अरसे से इंतजार था. पीएम मोदी ने कहा कि जब डबल इंजन की सरकार होती है तो डबल तेजी के साथ काम भी होता है.
PM Narendra Modi inaugurates development projects in Gorakhpur. Governor Anandiben Patel and CM Yogi Adityanath also present at the event. pic.twitter.com/v6bKidTzhl
— ANI UP (@ANINewsUP) December 7, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने गोरखपुर में रिमोट का बटन दबाकर गोरखपुर खाद कारखाना एवं अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर का लोकार्पण किया. इससे पहले, गोरखपुर पहुंचे पीएम मोदी का राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया. इस मौके पर सीएम योगी ने कोरोना प्रबंधन को लेकर पीएम मोदी की तारीफ की और कहा कि दुनिया इस बात की सराहना कर रही है.
Prime Minister Narendra Modi to visit Gorakhpur (Uttar Pradesh) today and dedicate to the nation, development projects worth over Rs 9600 crores.
— ANI (@ANI) December 7, 2021
(File photo) pic.twitter.com/Q1BxAwLjCO
आत्मनिर्भर भारत एक तस्वीर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर देश की खाद्य सुरक्षा की गारंटी देनेवाला आत्मनिर्भर भारत एक तस्वीर पेश कर रहा है. इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने 9600 करोड़ रुपये के विकास परियोजनाओं की सौगात दी. इसमें 30 साल से अधिक समय से बंद रहा गोरखपुर उर्वरक संयंत्र भी शामिल है.
750 बेड का अस्पताल
एम्स, गोरखपुर की सुविधाओं में 750 बेड का अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, आयुष भवन, सभी कर्मचारियों के रहने के लिए आवास, यूजी और पीजी छात्रों के लिए छात्रावास आदि शामिल हैं. क्षेत्र में जापानी इंसेफेलाइटिस/एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम की चुनौती से निपटने में केन्द्र की महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
2016 में खाद कारखाने का शिलान्यास
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ‘गोरखपुर में साल 1990 में फर्टिलाइजर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का एक खाद कारखाना था, जो बंद हो गया था. उसके बाद आई सरकारों ने इसे फिर से खोलने पर ध्यान नहीं दिया जिसके परिणाम स्वरुप क्षेत्र के किसानों के साथ-साथ सामान्य नागरिकों के जीवन पर भी बुरा असर पड़ा. इसे पुनर्जीवित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में खाद कारखाने का शिलान्यास किया और समय सीमा के अंदर यह कारखाना बनकर तैयार है.
गोरखपुर में बनकर तैयार हो गया
सीएम योगी ने कहा कि पिछले 40 साल में 50 हजार से ज्यादा बच्चे इंसेफलाइटिस के चलते काल के गाल में समा गए. पूर्वी उत्तर प्रदेश को बीमारियों से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में एक एम्स दिया, जो कि अब गोरखपुर में बनकर तैयार हो गया है. यहां लोगों को विश्व स्तरीय विशेषज्ञ चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी.
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