वरिष्ठ राजनयिक प्रदीप कुमार रावत (Pradeep Kumar Rawat) को 20 दिसंबर 2021 को चीन में भारत का अगला राजदूत नियुक्त (India New Ambassador To China) किया गया. विदेश मंत्रालय ने 20 दिसंबर 2021 को यह घोषणा की. चीन मामलों के विशेषज्ञ समझे जाने वाले भारतीय विदेश सेवा के 1990 बैच के अधिकारी रावत विक्रम मिश्री की जगह लेंगे.
मंत्रालय ने एक संक्षिप्त बयान में कहा कि फिलहाल नीदरलैंड में भारत के राजदूत रावत को चीन गणतंत्र में भारत का अगला राजदूत नियुक्त किया गया है. उनके शीघ्र ही नयी जिम्मेदारी संभाल लेने की संभावना है. उनकी नियुक्ति पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच सीमा को लेकर चल रह टकराव के बीच हुई है.
Pradeep Kumar Rawat, presently Ambassador of India to Netherlands has been appointed as the next Ambassador of India to China. He is expected to take up the assignment shortly: Ministry of External Affairs
— ANI (@ANI) December 20, 2021
जानें कौन हैं प्रदीप कुमार रावत?
वे धाराप्रवाह चीनी भाषा बोलते हैं. प्रदीप रावत भारतीय विदेश सेवा के 1990 बैच के अधिकारी हैं. फिलहाल रावत को नीदरलैंड में भारत के राजदूत हैं. रावत विदेश विभाग में 2014-2017 तक पूर्वी एशिया विभाग (East Asia division)में संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी निभा चुके हैं.
रावत को चीन से जुड़े मुद्दे हैंडल करने का अनुभव है. साल 2017 में चीन और भारत के बीच डोकलाम (Doklam Standoff) विवाद के दौरान रावत भारत की तरफ से वार्ताकारों में शामिल रहे थे.
वे सबसे पहले 1992-1997 तक बीजिंग और हॉन्ग कॉन्ग में तैनात रहे हैं. उसके बाद उन्हें 2003 बीजिंग में बतौर काउंसेलर नियुक्त किया गया था. वे 2007 में डेप्युटी चीफ ऑफ मिशन तक वहां रहे थे.
भारत और चीन संबंध
भारत और चीन में डेढ़ साल से ज्यादा वक्त से तनातनी चल रही है. पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने हैं. भारत ने चीन पर कई आर्थिक पाबंदियां भी लगा रखी हैं. ऐसे दौर में चीनी मामलों के विशेषज्ञ रावत की तैनाती काफी मायने रखती है.
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