राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द ने 27 मार्च 2018 को राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में सशस्त्र बलों के सैन्य कर्मियों को अद्भुत वीरता, साहस और समर्पण दिखाने के लिए 3 कीर्ति चक्र और 17 शौर्य चक्र पुरस्कार प्रदान किए. इसमें एक कीर्ति चक्र और 5 शौर्य चक्र पुरस्कार मरणोपरांत दिए गए.
राष्ट्रपति ने सैन्य बलों के वरिष्ठ अधिकारियों को उनकी विशिष्ट सेवाओं के लिए 14 परम विशिष्ट सेवा मेडल, एक उत्तम युद्ध सेवा पदक और 22 अति विशिष्ट सेवा पदक पुरस्कार प्रदान किए.
पुरस्कार से संबंधित मुख्य तथ्य:
शौर्य चक्र:
शौर्य चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है. यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है. यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेजर सतीश दहिया को मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया. मेजर सतीश दहिया ने जम्मू कश्मीर में उग्रवादियों से लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था.
राष्ट्रपति ने नायक चंद्र सिंह, जम्मू कश्मीर पुलिस के कॉन्स्टेबल मंजूर नाइक, सार्जेन्ट मिलिंद खैरनार और कारपोरल नीलेश कुमार नायन को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया.
राष्ट्रपति ने सीआरपीएफ के सहायक कमांडेंट चंदन कुमार, आंध्र पुलिस के असिस्टेंट असाल्ट कमांडर पी त्रिनधा राव तथा वरिष्ठ कमांडो चिक्कम जी वी रामचंद्रन राव को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया.
इनके अलावा मेजर अभिनव शुक्ला, मेजर रोहित शुक्ला, गनर रिषी कुमार राय, सिपाही आरिफ खान और लांस नायक बाढेर हुसैन तथा हवलदार मुबारक अली को भी शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया.
कीर्ति चक्र:
कीर्ति चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है. यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है. यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है. वरियता मे यह महावीर चक्र के बाद आता है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मेजर डेविड मानलुन को मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया. मेजर डेविड मानलुन ने नगालैंड में उग्रवादियों से लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया था.
सीआरपीएफ कमांडेंट चेतन चीता के अलावा सेना के मेजर डेविड मनलुन (मरणोपरांत) और जम्मू-कश्मीर लाइन इंफेन्ट्री के मेजर विजयंत बिष्ट को कीर्ति चक्र से नवाजा गया.
उत्तम युद्ध सेवा पदक:
उत्तम युद्ध सेवा पदक युद्धकालीन उल्लेखनीय सेवा के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदत्त सैन्य सम्मान में से एक है. इसे परिचालन संबंधी उच्च स्तर की विशिष्ट सेवाओं के लिए दिया जाता है.
लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार शर्मा को उत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया.
अति विशिष्ट सेवा पदक:
अति विशिष्ट सेवा पदक ( एवीएसएम ) सशस्त्र बलों के सभी रैंकों के लिए भारत सरकार का एक सैन्य पुरस्कार है यह पुरस्कार मरणोपरांत भी प्रदान किया जाता है. एक से अधिक बार यह पुरस्कार प्राप्त करने पर,पदक के साथ एक पट्टिका जोड़ दी जाती है.
तीनों सशस्त्र बलों के 22 वरिष्ठ अधिकारियों को अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया. इन 22 वरिष्ठ अधिकारियों में मेजर जनरल माधुरी कानिटकर शामिल हैं जो यह पदक पाने वाली एकमात्र महिला अधिकारी हैं.
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