आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीईए) ने नई दिल्ली में 15 मार्च 2017 को इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (इंडियनऑयल) ने मेसर्स लुब्रियाजोल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एलआईपीएल) की 24 फीसदी इक्विटी को लुब्रियाजोल कॉरपोरेशन, अमेरिका (एलसी) को बेचने की मंजूरी प्रदान की. सीसीईए की बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने की.
इस बिक्री से लुब्रियाजोल कॉरपोरेशन के साथ इंडियनऑयल का दीर्घकालिक संपर्क स्थापित होगा.
इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड के बारे में -
• इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (इंडियन ऑयल) भारत का सबसे बड़ा व्यावसायिक उद्यम है. वर्ष 2015-16 हेतु इसका बिक्री टर्नओवर 3,99,601 करोड़ रु. (61 बिलियन अमेरिकी डॉलर) और लाभ 10,399 करोड़ रु. (1,589 मिलियन अमेरिकी डॉलर) था.
• भारत की प्रमुख राष्ट्रीय तेल कंपनी होने के कारण वर्तमान में 33,000 सशक्त कार्यबल के साथ इंडियन ऑयल भारत की ऊर्जा मांगों को आधी सदी से भी अधिक समय से पूरा करता आ रहा है.
• इसके व्यावसायिक हितों में पूरा हाइड्रोकार्बन वैल्यू– चेन जिसमें– रिफाइनिंग, पाइपलाइन परिवहन, पेट्रोलियम उत्पादों का विपणन, कच्चे तेल एवं गैस की खोज और उत्पादन एवं प्राकृतिक गैस एवं पेट्रोकेमिकल्स का विपणन शामिल है.
• भारत के पेट्रोलियम उत्पाद बाजार में कंपनी का लगभग आधे हिस्से पर एकाधिकार है और राष्ट्रीय रिफाइनिंग क्षमता में इसकी हिस्सेदारी 35 फीसदी है.
• इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन श्रीलंका, मॉरिशस और संयुक्त अरब अमीरात में सहायक कंपनियों की स्थापना के बाद एशिया और अफ्रीका के ऊर्जा बाजार में नए व्यापार अवसरों की तलाश कर रहा है.
• विभिन्न कारोबारी हितों के दृष्टिगत भारत और विदेश के प्रतिष्ठित व्यापार भागीदारों के साथ यह करीब 20 संयुक्त उद्यमों का हिस्सा है जिसमें लुब्रियाजोल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एलआईपीएल) भी शामिल है.
• एलआईपीएल ने गठन इंडियनऑयल और लुब्रियाजोल कॉरपोरेशन के बीच संयुक्त उद्यम बनाया था.
लुब्रियाजोल कॉरपोरेशन के बारे में-
• विशिष्ट रसायन उद्योग में यह बाजार की अग्रणी कंपनी है.
• यह इंजन ऑयल के लिए योगशील (additives) पदार्थ और अन्य परिवहन संबंधी तरल, औद्योगिक स्नेहक के लिए योगशील और गैसोलीन के लिए योगशील एवं डीजल ईंधन बनाता है.
• लुब्रियाजोल व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों हेतु सामग्री और योगशील, फार्मास्युटिकल और चिकित्सा उपकरणों एवं विशिष्ट सामग्रियों का निर्माण करता है.
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