भारतीय रेलवे के पूर्व तटीय रेलवे (ईसीआर) ने 05 जुलाई 2018 को संबलपुर डिविजन में साढ़े चार घंटों की अल्प अवधि समय में छह सबवे बनाकर इतिहास रच दिया हैं.
6 सीमित ऊंचाई वाले सब-वे का निर्माण न सिर्फ पूर्व तट रेलवे के संबलपुर डिविजन में बल्कि यह पूरे भारतीय रेल में अपनी तरह का पहला उदाहरण है.
उद्देश्य: |
इस कदम के पीछे मुख्य उद्देश्य संबलपुर डिवीजन में सभी मानवरहित रेल क्रॉसिंग फाटक को खत्म करना था. 6 सीमित ऊंचाई वाले सब-वे को लांच करने के साथ ही ओडिसा के कालाहांडी क्षेत्र में स्थित भवानीपटना-लंजीगढ़ सड़क खण्ड में 7 मानवरहित लेवल क्रॉसिंग गेट बंद कर दिए जाएंगे. |
रेलवे में यह पहला प्रयास:
संबलपुर मंडल में छह अंडरब्रिज का निर्माण अपने आप में पहला प्रयास है. यह न केवल पूर्व तटीय रेलवे में, बल्कि भारतीय रेलवे में पहली बार किया गया है. 6 एलएचएस को लांच करने में कई चुनौतियां थीं और मानसून का मौसम होने के बावजूद संबलपुर डिविजन ने चुनौती को अवसर में बदल दिया और एक ही बार में 6 एलएचएस को लांच करने का कार्य पूरा किया गया. यह कदम भारतीय रेल के इतिहास में मील का पत्थर साबित होगा.
छह अंडरब्रिज के निर्माण में 300 कामगार, 12 क्रेन और 20 एक्सवेटर्स की मदद ली गई. रेलवे ने अंडरब्रिज बनाने के लिए पहले से बने हुए सात कंक्रीट के बॉक्स नुमा ढांचों का सहारा लिया. ये अंडरब्रिज 4.15 मीटर ऊंचे हैं.
संबलपुर डिविजन भारतीय रेल का पहला डिविजन है जिसने सभी मानवरहित लेवल क्रॉसिंग फाटक को समाप्त किया.
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