DGCA ने लिया बड़ा फैसला, 30 अप्रैल तक जारी रहेगा अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध
भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, केन्या, भूटान और फ्रांस सहित 27 देशों के साथ ‘एयर बबल’ समझौता किया है. दो देशों के बीच इस ‘एयर बबल’ समझौते के तहत, विशेष अंतररष्ट्रीय उड़ानें उनके क्षेत्र के बीच उनकी एयरलाइंस द्वारा संचालित की जा सकती है.
— DGCA (@DGCAIndia)नागरिक विमानन महानिदेशालय कार्यालय (DGCA) ने 23 मार्च 2021 को सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को 30 अप्रैल तक रद्द रखने की घोषणा की है. डीजीसीए ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय उड़ान परिचालन पर लगे प्रतिबंध की अवधि को बढ़ाकर 30 अप्रैल 2021 तक कर दिया है.
हालांकि, मामले की गंभीरता के आधार पर सक्षम प्राधिकारी द्वारा चयनित मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति दी जा सकती है. विदेशों से आने वाले कोरोना के नए स्ट्रेन को देखते हुए उड़ानों पर प्रतिबंध का फैसला लिया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देश में 700 से अधिक लोग कोरोना के नए स्ट्रेन के चपेट में आ चुके हैं.
Suspension of international flights further extended till 30th April 2021. However, international scheduled flights may be allowed on selected routes by the competent authority on case to case basis: Office of Director General of Civil Aviation
— ANI (@ANI) March 23, 2021
‘एयर बबल’ समझौता
भारत ने अमेरिका, ब्रिटेन, यूएई, केन्या, भूटान और फ्रांस सहित 27 देशों के साथ ‘एयर बबल’ समझौता किया है. दो देशों के बीच इस ‘एयर बबल’ समझौते के तहत, विशेष अंतररष्ट्रीय उड़ानें उनके क्षेत्र के बीच उनकी एयरलाइंस द्वारा संचालित की जा सकती है.
अंतरराष्ट्रीय उड़ान पर रोक क्यों?
देश में कोरोना महामारी का प्रभाव फिर से बहुत तेजी से बढ़ा है. कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण देश के कई राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति पैदा हो गई है. डीजीसीए ने कोरोना संक्रमण के तेजी से बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने का फैसला लिया है.
— DGCA (@DGCAIndia) March 23, 2021
नए आदेश जारी
इसके पहले भी कोरोना के बढ़ते हुए खतरे को देखते हुए ही डीजीसीए ने अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध 31 मार्च 2021 तक बढ़ा दिया था. मार्च खत्म होने के सात दिन पहले ही उड़ानों को लेकर नए आदेश जारी किए गए हैं जो अगले एक माह तक जारी रहेंगें.
पृष्ठभूमि
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए भारत की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पिछले साल 25 मार्च से प्रतिबंध लगा दिया गया था. लेकिन मई 2020 से विशेष अंतरराष्ट्रीय उड़ानें वंदे भारत मिशन के तहत उड़ रही हैं. इनके अतिरिक्त जुलाई से चुनिंदा देशों के साथ एयर बबल समझौते के तहत भी उड़ानों को ऑपरेट किया जा रहा है. कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रव्यापी बंद के कारण 25 मार्च 2020 को यात्री हवाई सेवाओं को निलंबित कर दिया गया था. इसके बाद घरेलू उड़ान सेवाएं 25 मई से फिर से शुरू की गई थीं.
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