जागरण जोश पूरे सप्ताह से चुनिंदा एवं महत्वपूर्ण टॉप-10 साप्ताहिक करेंट अफेयर्स घटनाक्रम प्रस्तुत कर रहा है. इसमें मुख्य रूप से –आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास और भारतीय मुक्केबाजी संघ आदि शामिल हैं.
1.RBI गवर्नर शक्तिकांत दास की बड़ी घोषणा, रिवर्स रेपो रेट में 0.25 फीसदी कटौती
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में कहा कि कोरोना के चलते दुनिया को 9 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान होने की आशंका है जो कि कई विकसित देशों की अर्थव्यवस्था के बराबर है. हालांकि, उन्होंने कहा कि वैश्विक मंदी के अनुमान के बीच भारत की विकास दर अब भी पॉजिटिव रहने का अनुमान है.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि इस समय 150 से अधिक अधिकारी लगातार क्वारनटीन होकर भी काम कर रहे हैं और हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं. शक्तिकांत दास ने कहा कि आईएमएफ ने इस बात का अनुमान लगाया है कि दुनिया में सबसे बड़ी मंदी आने वाली है, जो कि खतरे की घंटी है. कई देशों में आयात और निर्यात में भारी गिरावट देखने को मिली है.
2.एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2020 की मेजबानी करेगा भारत
भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई) को फरवरी 2020 में एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजबानी करने के अधिकार कथित तौर पर प्रदान किये गए थे. यह विश्व चैंपियनशिप नवंबर 2020 और दिसंबर 2020 के बीच आयोजित होने वाली है.
इस महामारी के बारे में बोलते हुए, बीएफआई के कार्यकारी निदेशक आरके सचेती ने कहा कि यह महामारी के कारण उत्पन्न हुईं असाधारण स्थिति है लेकिन वे जून माह तक इस महामारी के नियंत्रित हो जाने की उम्मीद कर रहे हैं.
3.WWF के ब्रांड एंबेसडर बने विश्वनाथन आनंद, प्रकृति को बचाने के लिए दिया यह संदेश
डब्ल्यूडब्ल्यूएफ इंडिया ने भारत में पर्यावरण सरंक्षण के 50 वर्ष पूरे किए हैं और पर्यावरण के लिए संरक्षण और बचाव के लिए विश्वनाथन आनंद के जुड़ने से खुश है. पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद कोरोना वायरस (Corona virus) से लड़ने में भी मदद कर रहे हैं.
विश्वनाथन आनंद दुनिया के सिर्फ चौथे खिलाड़ी हैं जिन्होंने चेस रेटिंग सिस्टम ईएलओ में 2800 का अंक पार किया. वे साल 1988 में भारत के पहले ग्रैंडमास्टर बने. विश्वनाथन आनंद को साल 1992 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार मिला. वे यह सम्मान पाने वाले देश के पहले खिलाड़ी हैं.
4.भारतीय चमगादड़ की दो प्रजातियों में मिला बैट कोरोना वायरस: ICMR
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने पहली बार एक अलग किस्म के कोरोना वायरस की पहचान की है. ये वायरस, चमगादड़ में पाया जाने वाला बैट कोरोना वायरस है. आईसीएमआर का यह अध्ययन इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में प्रकाशित हुआ है.
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद के भारतीय शोध पत्र में प्रकाशित इस शोध में दावा किया गया है कि इस बात के कोई साक्ष्य या शोध मौजूद नहीं कि चमगादड़ में पाया जाने वाला यह वायरस इंसानों को संक्रमित कर सकता है.
5.भारत की आर्थिक वृद्धि 2020-21 में 1.9 प्रतिशत रहने का अनुमान: आईएमएफ
आईएमएफ ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी और उसके कारण विश्व भर में आर्थिक गतिविधियां ठप होने से वैश्विक अर्थव्यवस्था भीषण मंदी की ओर बढ़ रही है. यह साल 1930 में आयी महामंदी के बाद सबसे बड़ी मंदी है. भारत में आर्थिक वृद्धि का यह स्तर रहता है तो यह साल 1991 में शुरू उदारीकरण के बाद सबसे कम वृद्धि दर होगी.
उल्लेखनीय है कि दुनिया की महामंदी साल 1929 में अमेरिका में शुरू हुई. उस समय न्यूयार्क शेयर बाजार में बड़ी गिरावट के साथ निवेशकों को लाखों डॉलर की चपत के बाद इसकी शुरूआत हुई थी. रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन में अच्छी-खासी राजकोषीय सहायता के साथ साल 2020 की शेष अवधि में सुधार आएगा और वृद्धि दर 1.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
6.तेल उत्पादन पर हुआ बड़ा समझौता, ऊर्जा क्षेत्र में हजारों नौकरियां बचेंगी
इस समझौते के बाद कोरोना वायरस के संक्रमण से अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में तेल की मांगों में आई कमी के कारण क़ीमत को स्थिर रखने के लिए उत्पादन में 10 प्रतिशत की कटौती होगी. यह समझौता अगले महीने एक मई से प्रभावी होगा. यह एक बार में की गई इतिहास में सबसे बड़ी कटौती है.
विश्वभर में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण तीन अरब आबादी घरों में बंद है और इस वजह से तेल की मांग में एक तिहाई की कमी आई है. ओपेक प्लस इस उत्पादन में कटौती को लेकर तैयार नहीं था इसलिए अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार में तेल की क़ीमत पिछले 18 साल बाद सबसे निचले स्तर पर आ गई थी.
7.प्रधानमंत्री मोदी ने देश को किया संबोधित, जानें कब तक बढ़ा लॉकडाउन
प्रधानमंत्री ने कहा कि 20 अप्रैल के बाद कुछ सीमित सेक्टर्स में सशर्त सीमित छूट दी जा सकती है. मगर कोरोना वायरस के मामलों में कमी नहीं दिखने पर इसे वापस ले लिया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश पूरी मजबूती के साथ कोरोना वायरस महामारी से लड़ रहा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगले एक सप्ताह में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में कठोरता और ज्यादा बढ़ाई जाएगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में कोरोना के खिलाफ लड़ाई अब आगे कैसे बढ़े, हम विजयी कैसे हों, हमारा नुकसान कैसे हो, लोगों की दिक्कतें कैसे कम हो, इन बातों को लेकर राज्यों के साथ मैंने निरंतर चर्चाएं की हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरी सभी देशवासियों से ये प्रार्थना है कि अब कोरोना वायरस को हमें किसी भी कीमत पर नए क्षेत्रों में फैलने नहीं देना है.
8.केंद्र सरकार ने किसानों के लिए लॉन्च किया Kisan Rath Mobile App, जानें विस्तार से
केंद्रीय कृषि मंत्री ने हाल ही में कहा कि कोरोना संक्रमण (Corona Virus) से पैदा हुए संकट की घड़ी में यह मोबाइल ऐप कृषि उत्पादों के सुचारू परिवहन में मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि इसके लांच होने के पहले ही दिन पांच लाख से अधिक वाहन उपलब्ध हो गए हैं. केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि हमने कंट्रोल रूम भी बनाया है.
केंद्र सरकार ने किसान रथ को लॉकडाउन की स्थिति में सब्जियों और फसलों की खरीद-बिक्री के लिए लॉन्च किया है, ताकि किसान आसानी से अपने सामान को बेच सकें और व्यापारी खरीद सकें. यह ऐप देशभर के किसानों को और व्यापारियों को कृषि उत्पाद को बाजार तक पहुंचाने में मदद करेगा.
9.आरोग्य सेतु ऐप 5 करोड़ डाउनलोड तक पहुंचने वाला दुनिया का सबसे तेज ऐप बना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल को राष्ट्र के नाम संबोधन में लोगों से इस ऐप को डाउनलोड करने की अपील की थी. आरोग्य सेतु ऐप को कोरोना वायरस मरीजों को ट्रैक करने के लिए विकसित किया गया है. भारतीय सेना ने भी जवानों को दी आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करने की सलाह दी है.
आरोग्य सेतु एप को कोरोना वायरस के संक्रमित को रोकने के मकसद से तैयार किया गया है. आरोग्य सेतु ऐप लोगों को बताएगा कि आप किसी कोरोना संक्रमित शख्स के संपर्क में आए हैं या नहीं. इसके अलावा इस ऐप से आप यह भी पता लगा सकते हैं कि आपको कोरोना संक्रमण का कितना खतरा है.
10.भारतीय वैज्ञानिकों ने खोजा कोरोना का जिनोम, वैक्सीन बनाने में मिलेगी मदद
गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर (जीबीआरसी) के वैज्ञानिकों ने कोरोना वायरस के पूरे जीनोम सिक्वेंस को खोज लिया है. जीबीआरसी ने कोरोना संक्रमित अलग-अलग सौ लोगों के सैंपल लिए तथा उनका डीएनए टेस्ट किया. जीबीआरसी के निदेशक चैतन्य जोशी बताते हैं कि कोरोना वायरस में एक माह में दो बार परिवर्तन देखे गए, वह तेजी से बदलता है, लेकिन यह बेहद मामूली होता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) भी कह चुका है कि कोरोना वायरस के प्रकोप को पूरी तरह रोकने के लिए सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन की जरूरत है. डब्लूएचओ की मानें तो दुनिया में लोग जिस तरह एक-दूसरे से जुड़े हैं उससे इस जानलेवा वायरस के बार-बार पनपने और महामारी बनने का खतरा है.
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