First G20 Sherpa Meeting: भारत की प्रेसीडेंसी में G20 की पहली शेरपा बैठक का आयोजन 'लेक सिटी' उदयपुर में आयोजित की जा रही है. भारत के G20 की प्रेसीडेंसी संभालने के बाद यह G20 शेरपाओं की पहली बैठक है. गौरतलब है कि भारत ने G20 को प्रेसीडेंसी 01 दिसम्बर 2022 को संभाली थी.
भारत ने G20 का नेतृत्व ऐसे समय में कर रहा है जब विश्व बड़े जिओ-पॉलिटिक्स संकट से गुजर रहा है. उदयपुर में यह चार दिवसीय बैठक रविवार को शुरू हुई जो अगले वर्ष सितंबर में दिल्ली में होने वाली G20 शिखर सम्मेलन से पहले विकासशील देशों के एजेंडे को रखने का अवसर दे रही है.
इस बैठक में सदस्य देशों के G20 शेरपा भाग ले रहे है साथ ही बैठक में गेस्ट कन्ट्रीज भी भाग ले रही है. भारत की ओर से G20 शेरपा अमिताभ कांत है. जिन्होंने अपनी शुरूआती भाषण में समावेशी, लचीले और टिकाऊ विकास को गति देने पर जोर दिया.
The first #G20 Sherpa Meeting under India’s Presidency is currently underway, beginning with an overview of our issue notes & priorities by 🇮🇳 Sherpa @amitabhk87.
— G20 India (@g20org) December 5, 2022
Negotiations at Sherpa-level meetings eventually form the basis of the Leaders’ Declaration. #G20India pic.twitter.com/PZjhhu9rJb
G20 शेरपा बैठक का महत्व:
भारत की प्रेसीडेंसी में G20 की पहली शेरपा बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि सदस्य देश सहित सम्पूर्ण विश्व इस समय विभिन्न जटिल चुनौतियों का सामना कर रहा है.
इस शेरपा बैठक में समावेशी, लचीले और सतत विकास के मार्ग सहित स्वास्थ्य सेवा को और बेहतर बनाने के लिए सकारात्मक पहल पर जोर दिया जायेगा.
इसकी मदद से G20 सदस्य देशों में विकासशील देशों की बेहतरी पर ध्यान केन्द्रित करने में भी मदद मिलेगी. साथ ही इस मंच से विकासशील देशों को अपनी समस्याओं को सामने लाने का भी अवसर प्राप्त होगा.
इन मुद्दों पर है मुख्य फोकस:
चार दिवसीय इस बैठक का मुख्य फोकस अर्थशास्त्र और वित्तीय सुधार पर होगा. जिसमें अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष वैश्विक आर्थिक परिदृश्य पर एक प्रस्तुति देगा.
भारतीय शेरपा अमिताभ कांत अपने G20 समकक्षों के सामने भारत की प्राथमिकताओं को साझा करेंगे साथ ही आर्थिक मामलों के सचिव अजय सेठ वित्त की प्राथमिकताओं पर भारत का पक्ष रखेंगे.
इस बैठक में टेक्नोलॉजी ट्रांसफॉर्मेशन, ग्रीन डेवलपमेंट, वीमेन लीडरशिप सहित एसडीजी के कार्यान्वयन में तेजी लाने जैसे मुद्दों को भारत द्वारा G20 प्रेसीडेंसी के लिए अपने एजेंडे के हिस्से के रूप में चिह्नित किया गया है.
शेरपा ट्रैक्स के रूप में 13 अलग-अलग कार्य समूहों की पहचान की गई है, जिसमें भारत द्वारा अपनी प्रेसीडेंसी के लिए शुरू किया गया 'डिजास्टर रिस्क रेसिलिएंस एंड रिडक्शन' शामिल है.
भारत ने इन देशों को भी किया है आमंत्रित:
इस बैठक में भारत ने गेस्ट कन्ट्रीज के रूप में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात को आमंत्रित किया है. साथ ही अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि भी इस चार दिवसीय बैठक में भाग ले रहे हैं.
G20 शेरपा बैठक में यूएनएससी P5 के शेरपा:
G20 शेरपा बैठक में यूएनएससी के स्थायी पांच सदस्य देशों के शेरपाओं में रूस के स्वेतलाना लुकाश, यूएस के माइकल पाइल (अमेरिकी डिप्टी NSA/G7 शेरपा), यूके के जोनाथन मुनरो (G7 शेरपा), फ्रांस की ओर से ऑरेलियन लेचेवेलियर (Sou Sherpa Level) और चीन से केक्सिन ली (G20 पर विशेष दूत) शामिल है.
'राजस्थानी जल सांझी' कला का भी प्रदर्शन:
G20 शेरपा की पहले दिन की बैठक के दौरान, शेरपाओं ने जल सांझी कला (Jal Sanjhi art) का भी अवलोकन किया. यह 300 साल पुरानी राजस्थानी दुर्लभ कला है जहां कैनवास पानी की सतह है. जल सांझी कलाकार, राजेश वैष्णव ने प्रतिनिधियों को कला का प्रदर्शन किया.
Udaipur: G20 Sherpa take a look at Jal Sanjhi art. It's a 300-year-old Rajasthani rare art form where the canvas is the surface of water. Jal Sanjhi Artist, Rajesh Vaishnav showcases the art to delegates. https://t.co/3IsFffOzGK pic.twitter.com/8Tb4NORbMk
— Sidhant Sibal (@sidhant) December 4, 2022
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