भारतीय मूल के रंगभेद विरोधी कार्यकर्ता अहमद कैथरादा का 28 मार्च 2017 को जोहानिसबर्ग में निधन हो गया. दक्षिण अफ्रीका में रह रहे कैथरादा एक समय पर नेल्सन मंडेला के करीबी माने जाते थे.
कैथरादा ने मंडेला के साथ मिलकर क्षेत्र में श्वेत वर्ण के लोगों द्वारा काले रंग के लोगों के साथ किये जा रहे अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष किया था. अपने इस संघर्ष के दौरान वे 26 वर्ष 3 महीने तक जेल में रहे जिसमें से उन्होंने 18 वर्ष रॉब्बेन आइलैंड पर व्यतीत किये.
अहमद कैथरादा
• कैथरादा उन तीन राजनैतिक कैदियों में शामिल थे जिन्हें 1964 के कुख्यात रिवोनिया ट्रायल के बाद आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गयी.
• वर्ष 1994 में नेल्सन मंडेला को राष्ट्रपति चुने जाने के बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका की नीतियों को सही आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.
• रंगभेद की समाप्ति के बाद उन्होंने अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस में 1994 से 1999 तक राष्ट्रपति मंडेला के संसदीय परामर्शदाता के रूप में कार्यभार संभाला.
• उन्हें भारत सरकार द्वारा 2005 में प्रवासी भारतीय सम्मान भी दिया जा चुका है. यह विदेश में रह रहे भारतीय नागरिक को दिया जाने वाला सबसे बड़ा सम्मान है.
• वे एक सफल लेखक भी हैं उन्होंने छह पुस्तकें लिखी हैं.
• कैथरादा का जन्म 1929 में दक्षिण अफ्रीका में रह रहे प्रवासी भारतीय परिवार में हुआ.
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