Vande Bharat Sleeper Trains: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में जानकारी दी कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का पहला प्रोटोटाइप तैयार हो चुका है और जल्द ही इसका फील्ड ट्रायल शुरू होगा. उन्होंने कहा कि इस ट्रेन का संचालन परीक्षणों के सफलतापूर्वक पूरे होने के बाद ही शुरू किया जाएगा.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को लंबी और मध्यम दूरी की यात्राओं को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है. ये ट्रेनें अत्याधुनिक सुविधाओं और नवीनतम सुरक्षा मानकों से लैस हैं.
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ट्रेन की लॉन्चिंग कब:
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का संचालन परीक्षणों के सफल समापन पर निर्भर करेगा. पहला प्रोटोटाइप तैयार हो चुका है और जल्द ही फील्ड ट्रायल शुरू होगा. यात्रियों के लिए ट्रेन की उपलब्धता की समय-सीमा इन परीक्षणों की सफलता के आधार पर तय की जाएगी.
सुविधाओं के अतिरिक्त क्या है सुरक्षा उपाय:
- कवच तकनीक और EN-45545 HL3 अग्नि सुरक्षा मानक: सुरक्षा के उन्नत उपाय.
- क्रैशवर्थी और जर्क-फ्री सेमी-स्थायी कप्लर्स: आरामदायक यात्रा अनुभव.
- आपातकालीन टॉक-बैक यूनिट: आपातकाल में यात्री और लोको पायलट के बीच संचार की सुविधा.
- सीसीटीवी कैमरे और एर्गोनॉमिक सीढ़ियां: सुरक्षा और आराम का विशेष ध्यान.
- आधुनिक टॉयलेट और एयर कंडीशनिंग: यात्रियों के लिए उच्च स्तरीय आराम की व्यवस्था.
वंदे भारत ट्रेन नेटवर्क:
02 दिसंबर 2024 तक चेयर कार कोच वाली 136 वंदे भारत ट्रेनें भारतीय रेलवे नेटवर्क पर परिचालित हो रही हैं. इनमें से 16 सेवाएं तमिलनाडु में संचालित हो रही हैं. सबसे लंबी दूरी की वंदे भारत ट्रेन दिल्ली और बनारस के बीच 771 किमी की यात्रा करती है.
आधुनिक सुविधाओं और उन्नत सुरक्षा मानकों के साथ वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें रेलवे यात्रा को नए आयाम देने की तैयारी में हैं. ट्रायल पूरा होने के बाद ये ट्रेने यात्रियों के लिए उपलब्ध होंगी.
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