चीन में विश्व की सबसे तेज ‘बुलेट ट्रेन’ का 21 सितम्बर 2017 को शुभारम्भ किया गया. यह ट्रेन चीन की राजनयिक राजधानी बीजिंग को आर्थिक राजधानी शंघाई से जोड़ेगी. बुलेट रेल को पटरियों पर चलाया जाएगा.
लगभग 350 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली यह रेल इन दोनों शहरों बीजिंग और शंघाई के बीच की लगभग 1,250 किलोमीटर की दूरी मात्र 4.5 घंटे में पूरा करेगी. भारत में इतनी दूरी को जम्मू से भोपाल के मध्य मानकर समझा जा सकता है.
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वर्तमान में दोनों शहरों बीजिंग और शंघाई के मध्य यात्रा करने में छह घंटे का समय लगता है लेकिन नई पीढ़ी की बुलेट रेल ‘फ्यूशिंग’ के परिचलान से यह दूरी सिमट जाएगी. दोनों शहरों के मध्य कुल सात ट्रेनों को चलाया जाएगा, जो 14 बार यात्रा करते हुए कुल 1,318 किलोमीटर तक का सफर तय करेगी.
बुलेट रेल ‘फ्यूशिंग’ के बारे में-
- बुलेट रेल ‘फ्यूशिंग’ दुनिया की सबसे तेज गति से जाने वाली वाणिज्यिक बुलेट रेल होगी. ‘फ्यूशिंग’ को पहली बार जून में प्रदर्शित किया गया.
- इसकी शीर्ष गति 400 किलोमीटर प्रति घंटा है.
- चीन में बने इस नए बुलेट ट्रेन की खास बात यह है कि इसमें एक खास तकनीक का उपयोग किया गया है, जो आपातकाल के दौरान ट्रेन की रफ्तार को स्वत: धीमा कर देगा.
- चीन की योजना निकट भविष्य में देशभर में ऐसी तीन और तेज गति वाली रेल लाइन बिछाने की है.
प्रमुख तथ्य-
चीन में रेल का प्रसार विश्व में सबसे बड़ा है, जिसमें कुल वैश्विक आबादी का लगभग 60 प्रतिशत लोग सफर करते हैं.
चीन में दुनिया का सबसे लंबा हाई -स्पीड रेल मार्ग भी है. यह रेल मार्ग देश की राजधानी बीजिंग से दक्षिणी महानगर क्वांगचो को जोड़ता है. 2,298 किलोमीटर लम्बे इस मार्ग पर बीजिंग और क्वांगचो रेलवे स्टेशन के बीच रेलगाड़ियां चलती हैं.
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टिप्पणी-
चीन ने 350 किलोमीटर प्रति घंटा रफ्तार से चलने वाली पहली रेल की शुरूआत अगस्त 2008 में की. यह ट्रेन बीजिंग से तियानजिन के मध्य संचालित की गई. जुलाई 2011 में हुई एक दुर्घटना के बाद इसकी गति को घटाकर 250 से 300 किलोमीटर प्रतिघंटा कर दिया गया.
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