भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को होता है और इस दिन को राष्ट्रीय सुशासन दिवस के तौर पर मनाने की घोषणा की गई है. इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की संसदीय बोर्ड की 2 दिसंबर 2014 को नई दिल्ली में हुई बैठक के दौरान की.
इस दिन को बीजेपी के सभी सांसद (एमपी) और सरकारी अधिकारी सुशासन का प्रतीक बनाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस दिन पार्टी के सभी सांसदों को देश में बीजेपी की सभी सरकारों एवं निकायों को सुशासन के मॉडल के रूप में उजागर करने को कहा है. उन्होंने बीजेपी के सांसदों को स्वच्छ भारत अभियान के लिए अपने– अपने निर्वाचन क्षेत्रों में एक घंटा काम करने के लिए भी कहा है.
अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में
• उनका जन्म 25दिसंबर 1924 को ग्वालियर, मध्यप्रदेश में हुआ था.
• वे तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने. उनका पहला कार्यकाल 1996 में शुरु हुआ जो मात्र 13 दिनों तक चल सका. वे अपने दूसरे कार्यकाल 1998– 99 के दौरान में माह के लिए देश के प्रधानमंत्री बने.
• उन्होंने पाकिस्तान के साथ राजनयिक शांति प्रक्रिया शुरु की और एक नई शांति प्रक्रिया की शुरुआत की जिसका उद्देश्य कश्मीर विवाद के साथ – साथ पाकिस्तान के साथ अन्य संघर्षों का स्थायी समाधान निकालना था.
• अपने अंतिम और तीसरे कार्यकाल ( 1999– 2004) में वे पूरे पांच वर्ष तक अपने पद पर बने रहे. इसलिए, वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के बाहर पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री थे.
• उनके दूसरे कार्यकाल के दौरान मई 1998 में ऑपरेशन शक्ति आयोजित की गई थी जिसके तहत राजस्थान के पोखरण में पांच परमाणु परीक्षण किए गए थे.
• पाकिस्तान के साथ राजनयिक शांति प्रक्रिया के मद्देनजर दिल्ली– लाहौर बस सेवा का आरंभ फरवरी 1999 में किया गया औऱ पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ लाहौर घोषणा पर भी हस्ताक्षर किए गए.
• लाहौर घोषणा के बाद जून 1999 मे कारगिल का युद्ध हुआ जिसमें भारत विजयी रहा.
• उनके तीसरे कार्यकाल के दौरान 13 दिसंबर 2001 को संसद पर आतंकवादी हमला हुआ परिणामस्वरूप ऑपरेशन पराक्रम चलाया गया. इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना भी चलाई गई.
• वाजपेयी लोकसभा के लिए नौ बार और राज्य सभा के लिए दो बार निर्वाचित हुए.
• साल 1957 में वाजपेयी पहली बार उत्तर प्रदेश के बलरामपुर से लोकसभा के लिए चुने गए.
• वे 1978 में प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के मंत्रिमंडल में विदेश मंत्री भी रहे. बतौर विदेश मंत्री, वाजपेयी संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिन्दी में अपना भाषण देने वाले पहले व्यक्ति बने.
• जब जनता सरकार गिरी, तब वाजपेयी ने 1980 में जन संघ को भारतीय जनता पार्टी के नाम से फिर से शुरु किया था.
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