कैप्टन कृष्णा स्वामीनाथन ने 2 अक्टूबर 2015 को भारतीय नौसेना के नये एवं अत्याधुनिक विमानवाही पोत आईएनएस विक्रमादित्य के सेकेंड कमांडिंग ऑफिसर के रूप में कारवाड़ में पदभार ग्रहण किया.
आईएनएस विक्रमादित्य का 16 नवंबर 2013 को रूस के सेवेरोविंस्का में जलावतरण किया गया. यह पोत मिग 29 के, केयूबी लड़ाकू जहाज़, समुद्री निगरानी वाले कमोव 31, कमोव 28, समुद्री किंग, अत्याधुनिक हल्के हेलिकॉप्टर और चेतक हेलिकॉप्टरों के सहारे संचालित किये जाने योग्य है.
कैप्टन कृष्णा स्वामीनाथन ने अपनी स्कूली शिक्षा बेंगलुरु स्थित बिशप कॉटन्स ब्वायज स्कूल और बीजापुर के सैनिक स्कूल में ग्रहण की. उनके निदेशन में आईएनएस विद्युत एंव विनाश प्रक्षेपास्त्र, आईएनएस कुलीश तथा नियंत्रित प्रक्षेपास्त्र विनाशक, आईएनएस मैसूर का निर्माण पूर्व में किया जा चुका है.
उन्होंने नई दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से बी.एस.सी. की डिग्री प्राप्त की. इसके उपरांत उन्होंने मुंबई के ज़ेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट से कर्मचारी प्रबंधन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा की शिक्षा ग्रहण की. इसके बाद डिफेंस स्टटडीज में एमए की शिक्षा उन्होंने लंदन के किंग्स कॉलेज से प्राप्त की. उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से रक्षा एवं सामरिक स्टडीज़ में एमफिल किया और फिर मुंबई विश्वविद्यालय से पीएचडी की उपाधि प्राप्त की.
कैप्टन कृष्णा स्वामीनाथन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी, खड़कवासला के पूर्व छात्र रह चुके हैं.इसके अलावा वह सिरीवेनहम स्थित ज्वांइट सर्विसेज़ कमांड एंड स्टाफ कॉलेज एवं करंजा स्थित द कॉलेज ऑफ नेव़ल वारफेयर तथा अमेरिका में रोड आइसलैंड के न्यूपोर्ट स्थित नेव़ल वार कॉलेज के भी पूर्व छात्र रह चुके हैं.
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