विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने फरवरी 2015 के चौथे सप्ताह में इबोला वायरस रोग (EVD) के लिए रीबोव (ReEBOV) एंटीजन रैपिड टेस्ट किट को मंजूरी दे दी. यह किट 15 मिनट में परिणाम दे सकती है. संयुक्त राज्य अमेरिका (अमेरिका) में कोरजेनिक्स (Corgenix) द्वारा विकसित परीक्षण किट को पश्चिम अफ्रीकी देशों में उपयोग के लिए मंजूरी दे दी गई.
इस रैपिड टेस्ट किट की प्रमुख विशेषता यह है कि यह इबोला संक्रमित रोगियों और गैर संक्रमित रोगियों में भेद कर सकता है. यह 92 प्रतिशत इबोला संक्रमित रोगियों और 85 प्रतिशत उन रोगियों की पहचान कर सकती है जो वायरस से संक्रमित नहीं हैं.
रीबोव (ReEBOV) एंटीजन रैपिड टेस्ट किट की विशेषताएं
- यह जल्दी और आसानी से होने वाला परीक्षण है जो अफ्रीका के ग्रामीण क्षेत्रों में इस्तेमाल किया जा सकता है.
- यह परीक्षण वायरस के आनुवंशिक सामग्री के बजाय इबोला प्रोटीन का पता लगाता है.
- इस परीक्षण की निश्चितता कम है लेकिन इससे 92 प्रतिशत इबोला संक्रमित रोगियों और 85 प्रतिशत उन रोगियों की पहचान की जा सकती है जो वायरस से संक्रमित नहीं हैं.
- यह परीक्षण सरल, सस्ता और पोर्टेबल है लेकिन इबोला की प्रारंभिक अवस्था के पहचान के लिए प्रयोग किया जाने वाले गोल्ड स्टैण्डर्ड टेस्ट की तुलना में कम संवेदनशील है.
पश्चिमी अफ्रीका में इबोला वायरस रोग से अब तक 6000 से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है. इतने सारे लोगों की मृत्यु का मुख्य कारण इवीडी का सही समय पर पता नहीं लगना था.
वर्तमान में उपलब्ध परीक्षण से इवीडी (EVD) का पता लगने में चार से छह घंटे लगते हैं लेकिन प्रयोगशाला में नमूनों के परिणाम प्राप्त करने में कई दिन लग जाते हैं. यह परीक्षण इबोला संक्रमित रोगियों की पहचान करने और समय पर उपचार उपलब्ध कराने में रोगियों की मदद कर सकता हैं.
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