तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने 29 जून 2015 को चेन्नई मेट्रो रेल सेवा के पहले चरण का उदघाटन किया. चेन्नई मेट्रो सेवा का पहला चरण 10 किलोमीटर लंबा है और यह चेन्नई के दक्षिण में स्थित अलान्दुर को उत्तर के कोयमबेडू से जोड़ता है.
पूरी परियोजना को चेन्नई मेट्रो रेल लिमिटेड (सीएमआरएल) द्वारा कार्यान्वित किया गया. इस परियोजना को वर्ष 2009 में कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार द्वारा मंजूर किया गया.
इस मेट्रो सेवा की शुरूआत के साथ ही चेन्नई मेट्रो सेवा वाला भारत का सातवां शहर बन गया. अन्य छह शहरों में कोलकाता, दिल्ली, बेंगलुरु, गुड़गांव, मुंबई और जयपुर शामिल हैं.
चेन्नई मेट्रो रेल सेवा के पहले चरण की मुख्य विशेषताएं
- चेन्नई मेट्रो के पहले चरण में 10 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड ट्रैक पर कुल 7 स्टेशन हैं. ये हैं- कोयमबदु, चेन्नई मुफस्सिल बस टर्मिनल, अरुमबक्कम, वदापलानी, अशोक नगर, इक्काट्टुथांगल और अलंदुर.
- चेन्नई मेट्रो में चार डिब्बे होंगे जिसमें 1276 यात्री सफर कर सकेंगे.
- दूसरे चरण में 22 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया जाएगा, जो चेन्नई सेंट्रल को सेंट थॉमस माउंट से कनेक्ट करेगा. इस चरण के वर्ष 2015 के अंत तक तैयार हो जाने की संभावना है.
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