मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 दिसम्बर 2015 को राजधानी पटना में 15 साल पुराने डीजल वाहनों पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया. निरंतर प्रदूषित हो रहे वायुमंडल से जनजीवन को बचाने के लिए यह फैसला किया गया है.
राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड बिहार ने 14 दिसम्बर 2015 को प्रदूषण के आंकड़े भेजे थे जो नवम्बर में 400 के पार थे.
राज्य में प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण का स्तर काफी चिंताजनक है.
रोकने के उपाय -
- सरकार का प्रयास इसे रोकने के लिए यह पहला कदम है.
- ध्वनि प्रदूषण रोकने के लिए ड्राइवरों को जागरूक किया जाएगा.
- सायरन, हूटर तथा हॉर्न बजाने पर रोक के साथ प्लास्टिक को जलाने पर रोक लगाई जाएगी.
- नीतीश सरकार ने पर्यावरण और वन विभाग की समीक्षा बैठक के बाद ध्वनि प्रदूषण को रोकने हेतु अनुमंडल पदाधिकारी तथा क्षेत्रीय पदाधिकारी के रूप में वनों के क्षेत्र पदाधिकारी को प्राधिकृत करने के निर्देश दिए.
- यह फैसला अक्टूबर 2013 से लंबित था.
- आम जन मानस को शुद्ध वायु मिल सके इसलिए बरगद, पीपल, पाकड़ के साथ-साथ फलदार पौधे लगाए जाएंगे. वायु प्रदूषण को रोकने के लिए गंगा किनारे के भट्ठों व पटना के पास चल रहे भट्ठों पर कार्रवाई का आदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को दिया गया.
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