जून के तीसरे सप्ताह में जीनोमिक्स एप्लीकेशंस एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (Ganit) लैब्स ने घोषणा की कि उन्होंने एक ऐसा चिकित्सीय परीक्षण विकसित किया है जो जीभ के कैंसर के मरीजों के जीवत बचने की संभावना बता सकता है. इस परीक्षण की कीमत मात्र 5000 रुपये है.
यह परीक्षण कैंसर के मरीजों में जीन पैटर्न के बदलने का विस्तृत विश्लेषण पर आधारित होता है और यह डॉक्टरों को बीमारी की और अच्छी तरह से इलाज करने, फिर से होने की संभावना समझने में मदद करता है.साथ ही यह दूसरे प्रकार के मुंह वाले कैंसर के उपचार में भी मदद करता है.
कम लागत वाला यह जीन मैपिंग आधारित परीक्षण भारत में जीभ के कैंसर के बढ़ते मरीजों के मद्देनजर बहुत महत्वपूर्ण है. हर साल भारत में मुंह के कैंसर के करीब 1.2 लाख नए मरीज रिपोर्ट किए जा रहे हैं और इनमें से ज्यादातर मरीज तंबाकू या धूम्रपान की वजह से इस बीमारी के शिकार हो रहे हैं.
जीनोम स्क्वेंसिंग एंड एनालिसिस, ट्रांजिशनल जीनोमिक्स और कंप्यूटेशनल बायोलॉजी सेंटर के तौर पर Ganit लैब्स की स्थापना साल 2011 में की गई थी.
इसकी स्थापना इंस्टीट्यूट ऑफ बायोइंफॉर्मेटिक्स एंड अप्लायड बायोटेक्नोलॉजी ऑफ गवर्नमेंट ऑफ कर्नाटक और स्ट्रैंड लाइफ साइंसेस के बीच पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तौर पर की गई थी.
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