भारत और बांग्लादेश ने 6 जून 2015 को ढाका में 22 द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 6 जून 2015 से 7 जून 2015 के बीच दो दिवसीय यात्रा के दौरान इन समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच विस्तृत वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने 22 समझौतों पर हस्ताक्षर किए, जिनमें सामुद्रिक सुरक्षा के क्षेत्र में सहयोग तथा मानव तस्करी और जाली भारतीय नोट का प्रसार रोकने के लिए समझौते शामिल हैं.
इसके अलावा भारत और बांग्लादेश ने भूमि सीमा समझौते (एलबीए) से जुड़े दस्तावेजों का आदान प्रदान किया. भूमि सीमा समझौते के तहत 41 वर्ष पुराने सीमा विवाद का समाधान होगा, जिसके जरिए एक दूसरे के क्षेत्रों का आदान प्रदान होगा. समझौते के तहत 111 सीमावर्ती एन्क्लेव बांग्लादेश को मिलेंगे जबकि बदले में 51 एन्क्लेव भारत का हिस्सा बनेंगे.
दस्तावेजों में शामिल हैं.
• वर्ष 1974 के भूमि सीमा समझौते की पुष्टि और 2011 के प्रोटोकॉल, 1974 के भूमि सीमा समझौते के क्रियान्वयन पर पत्रों के आदान-प्रदान
• द्विपक्षीय व्यापार समझौते का नवीकरण
• भारत द्वारा बांग्लादेश को 2 अरब डॉलर का ऋण सहायता देने की घोषणा
• बांग्लादेश और भारत के बीच तटीय नौवहन पर समझौता
• अंतर्देशीय जल पारगमन और व्यापार का नवीकरण
• ढाका-शिलांग-गुवाहाटी बस सेवा समझौता
• कोलकाता-ढाका-अगरतला बस सेवा समझौता
• तटरक्षकों के बीच समझौता ज्ञापन
• मानव तस्करी की रोकथाम हेतु समझौता ज्ञापन
• जाली नोटों की तस्करी पर अंकुश लगाने हेतु समझौता ज्ञापन
• ब्लू अर्थव्यवस्था और बंगाल की खाड़ी में समुद्री सहयोग और हिंद महासागर पर समझौता ज्ञापन
• चटगांव और मोंगला बंदरगाहों के इस्तेमाल पर समझौता ज्ञापन
• भारतीय आर्थिक क्षेत्र पर समझौता ज्ञापन
• वर्ष 2015-17 के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रम
• अखौरा में इंटरनेट के लिए अंतरराष्ट्रीय बैंडविड्थ देने के लिए बांग्लादेश पनडुब्बी केबल कंपनी लिमिटेड और भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के बीच समझौता
• बंगाल की खाड़ी के समुद्र विज्ञान पर संयुक्त अनुसंधान के लिए बांग्लादेश के ढाका विश्वविद्यालय बांग्लादेश और भारत के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के बीच समझौता ज्ञापन
• बांग्लादेश के राजशाही विश्वविद्यालय और भारत के जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के बीच समझौता ज्ञापन
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी की बांग्लादेश यात्रा के दौरान बांग्लादेश सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को बांग्लादेश मुक्ति संग्राम पुरस्कार से सम्मानित किया.
बांग्लादेश सरकार ने वाजपेयी को यह सम्मान वर्ष 1971 के युद्ध में भारत द्वारा मिले समर्थन के लिए युद्ध समृति के रूप में प्रदान किया. वर्ष 1971 के बांग्लादेश स्वतंत्रता संग्राम के दौरान लोकसभा सदस्य के रुप वाजपेयी ने बांग्लादेश की आजादी का समर्थन किया था.
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