भारत और ब्राजील ने 16 जुलाई 2014 को ब्राजील के फोर्टालेजा में हुए छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किया. समझौते पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति दिल्मा रुस्सेफ ने हस्ताक्षर किया.
नरेन्द्र मोदी ब्राजील के फोर्टालेजा में आयोजित छठे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 15 जुलाई से 16 जुलाई 2014 तक ब्राजील के दौरे पर थे.
दोनों देशों के बीत किए गए समझौते थे–
• पर्यावरण के क्षेत्र में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन
• अंतरिक्ष पर करार
• गतिशीलता और कांसुलर मुद्दों पर परामर्श तंत्र स्थापित करने में सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन
पर्यावरण पर समझौता ज्ञापन
पर्यावरण के क्षेत्र में भारत और ब्राजील ने जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता, शुष्क प्रदेशों में वनीकरण, जल संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन एवं झीलों का संरक्षण. अपशिष्ट प्रबंधन में कृषि कचरा और इलेक्ट्रॉनिक कचरा, अपशिष्ट जल प्रबंधन, जैव– इंदनों का इस्तेमाल, वायु एवं जल गुणवत्ता प्रबंधन, पर्यावरण सूचना प्रणाली शामिल है.
दोनों देशों के बीच पर्यावरण के बीच सहयोग सूचनाओं के आदान– प्रदान, प्रलेखन औऱ सहयोगी परियोजनाओं के रुप में होगा. इसके लिए दोनों देश पर्यावरण पर इंडो– ब्राजील संयुक्त कार्य समूह बनाने को राजी हुए हैं. कार्य समूह देखागा कि समझौते के तहत काम हुए हैं या नहीं.
अंतरिक्ष पर करार
दोनों देश ब्राजीलियाई अर्थ स्टेशन के विस्तार जिसमें भारतीय रिमोट सेंसिंग (आईआरएस) उपग्रहों से डाटा प्राप्त करने और उसके प्रोसेसिंग के लिए सहयोग स्थापित करने की व्यवस्था बनाने पर सहमत हुए हैं.
अन्य समझौते
दोनों देश व्यापार और निवेश, कृषि, डेयरी विज्ञान, परंपरागत एवं नवीकरणीय उर्जा, रक्षा, साइबर सुरक्षा, अंतरिक्ष अनुसंधान एवं अनुप्रयोग और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में विस्तार और विवधता लाने के लिए भी सहमत हुए हैं. ये जी–20 समेत अंतरराष्ट्रीय मंचों और बहुपक्षीय संस्थाओं में सहयोग को तेज करने के लिए भी सहमत हुए हैं.
जी–4 देशों के नेता के तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और ब्राजील के राष्ट्रपति दिलमा रुस्सेफ ने 2015 में संयुक्त राष्ट्र की 70 वर्षगांठ तक संयुक्त राष्ट्र के सुधारों जिसमें सुरक्षा परिषद के सुधार भी शामिल हैं, पर तत्काल प्रगति के लिए कमद उठाने की बात की.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation