भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और स्ट्राइकर बाइचुंग भूटिया (Baichung Bhutia) ने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल से 24 अगस्त 2011 को संन्यास लिया. हालांकि बाइचुंग भूटिया अपने द्वारा संस्थापित क्लब युनाइटेड सिक्किम एएफसी (United Sikkim FC) के साथ खेलना जारी रखने का निर्णय लिया.
बाइचुंग भूटिया ने भारतीय फुटबॉल टीम की ओर से 107 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और कुल 43 गोल किए. 34 वर्षीय बाइचुंग भूटिया ने अपने फुटबॉल करियर का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच जनवरी 2011 में कतर फुटबॉल टीम के विरुद्ध एशिया कप टूर्नामेंट में खेला था.
बाइचुंग भूटिया ने अपना प्रथम अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच वर्ष 1995 के नेहरु कप में उज्बेकिस्तान के विरुद्ध खेला था और एक गोल किया था. इस गोल के साथ ही बाइचुंग भूटिया भारत की ओर से सबसे कम उम्र में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच में गोल करने वाले खिलाड़ी बन गए थे. भारतीय फुटबॉल टीम की ओर से 100 से ज्यादा मैच खेलने वाले बाइचुंग भूटिया देश के एकमात्र फुटबॉल खिलाडी हैं.
भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और स्ट्राइकर बाइचुंग भूटिया इंग्लैंड के इंग्लिश क्लब एफसी बरी (English club Bury FC) में खेलने वाले पहले भारतीय स्ट्राइकर थे. इस क्लब के साथ बाइचुंग भूटिया ने वर्ष 1999 में पेशेवर करार किया था और वर्ष 2002 तक इससे जुड़कर खेलते रहे थे.
बाइचुंग भूटिया को भारत सरकार द्वारा वर्ष 1999 में खेल के क्षेत्र में योगदान के लिए अर्जुन पुरस्कार दिया गया था. वर्ष 2008 में उन्हें भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्मश्री भी दिया गया.
बाइचुंग भूटिया का जन्म 15 सितम्बर 1976 को सिक्किम के तिन्किताम में हुआ था. उन्होंने अपने फुटबॉल करियर में इस्ट बंगाल क्लब, इंग्लिश क्लब एफसी बरी, मलेशिया का फुटबॉल क्लब पेराक एफए, जेसीटी मिल्स, मोहन बगान और अपने द्वारा संस्थापित क्लब युनाइटेड सिक्किम एएफसी से पेशेवर फुटबॉल खेला. फुटबॉल में उनकी उपलब्धियों में नेहरु कप, एलजी कप, तीन बार साऊथ एशियन फुटबॉल फेडरेशन चैम्पियनशिप और एशियन फुटबॉल कन्फेडरेशन चैलेन्ज कप की जीत है.
वर्ष 2008 में बाइचुंग भूटिया ने चीन के द्वारा तिब्बत में किये जा रहे नागरिकों के अधिकारों के हनन के विरोध में ओलंपिक मशाल की दौड़ में हिस्सा लेने से मना कर दिया था. सिक्किम राज्य सरकार ने बाइचुंग भूटिया के गृह जिले नामची में उनके द्वारा फुटबॉल के क्षेत्र में दिए गए योगदान के सम्मान में बाइचुंग स्टेडियम का निर्माण करवाया. बाइचुंग भूटिया ने वर्ष 2010 में दिल्ली में बाइचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूल की भी स्थापना की.
बाइचुंग भूटिया सोनी टेलीविजन के रियलिटी शो झलक दिखला जा का सीजन-3 यानी वर्ष 2009 के झलक दिखला जा के विजेता भी बने थे. उनकी पत्नी का नाम माधुरी टिप्निश है.
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