रूस ने 4 जून 2014 को पाकिस्तान पर लगाए गए हथियार प्रतिबंध को हटा लिया. रूसी टेक्नोलॉजी कॉर्पोरेशन रोसटेक के प्रमुख सर्गेई चेमेजोव ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि रूस ने पाकिस्तान को हथियार औऱ सैन्य हार्डवेयर आपूर्ति पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है.
रूस पाकिस्तान को एमआई–35 हेलिकॉप्टर को बेचने के लिए बातचीत कर रहा है. सन 1963 में पहले मिग–21 विमान से लेकर वर्तमान में सुखोई–30 एमकेआई फाइटर प्लेन की आपूर्ति करने के साथ रूस भारत का सबसे बड़ा रक्षा आपूर्ति करता रहा है. रूस भारत को 40 बिलियन अमेरिकी डॉलर से भी ज्यादा की सैन्य सामग्री बेचता है.
इस समझौते से भारत और रूस के रिश्तों की नई शुरुआत होगी.
इस कदम का महत्व
रूस का यह फैसला रूस की विदेश नीति में बदलाव का संकेत है. रूस 2014 के बाद के अफगानिस्तान का बेसब्री से इंतजार कर रहा है क्योंकि 2014 आखिर तक अमेरिका/नाटो इस देश से अपनी ज्यादातर सेना वापस बुलाने वाले हैं.
तालिबान फिर से सक्रिय हो रहा है. इसिलए 2014 के आखिर तक अफगानिस्तान से अमेरिका/नाटो की सेना का वापस चले जाना देश को फिर से एक विस्फोटक हालात में पहुंचा सकता है. ऐसे में अफगानिस्तान में पाकिस्तान का महत्व बहुत बढ़ जाएगा.

Comments
All Comments (0)
Join the conversation