संयुक्त राष्ट्र ने वित्त वर्ष 2012-13 के लिए भारत के विकास दर अनुमान को घटाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया. वैश्विक आर्थिक स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट में भारत के विकास दर अनुमान को घटाया गया. संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी रिपोर्ट में यूरो संकट को वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया गया.
ज्ञातव्य हो कि जनवरी 2012 में संयुक्त राष्ट्र ने भारत की विकास दर 7.7 प्रतिशत और वर्ष 2013-14 के लिए 7.9 प्रतिशत आकलित की थी. भारत के विकास दर अनुमान को घटाने के पीछे तर्क दिया गया कि विकसित देशों में घटती मांग का बुरा असर भारत जैसे विकासशील देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ेगा.
संयुक्त राष्ट्र ने वित्त वर्ष 2012-13 के लिए दक्षिण एशिया के विकास दर को घटाकर 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया, जोकि वर्ष 2011 में 6.1 प्रतिशत था. वैश्विक अर्थव्यवस्था की विकास दर 2.5 फीसद रहने का अनुमान लगाया.
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