केरल के चार अनुसंधान संस्थानों के वैज्ञानिकों ने पश्चिमी घाट के पलक्कड़ क्षेत्र से ओल्डेनडिया दिनेशी नामक दुर्लभ पादप प्रजाति की खोज की है. खोज की पुष्टि केव बुलेटिन के 19 मार्च 2015 के एक प्रकाशन में की गई.
पादप की इस प्रजाति की खोज दक्षिण पलक्कड़ की एक पहाड़ी के नेंमारा तराई क्षेत्र के एक खान में हुई.
प्रकृति संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय संघ (आईयूसीएन) के मापदंडो के आधार पर शोधकर्ताओं ने इसे लुप्तप्राय पादप के रूप में वर्गीकृत किया है.
ओल्डेनडिया दिनेशी नामक इस पादप में शंकुनुमा पत्तियाँ होती है. इसमें जुलाई से सितंबर में फूल आते हैं जबकि फलों के आने का काल सितंबर-अक्टूबर होता है.
पादप का यह नाम तिरुवनंतपुरम यूनिवर्सिटी के पूर्व प्रोफेसर दिनेश कुमार के नाम पर रखा गया है. ओल्डेनडिया श्रेणी में कुल 248 प्रजातियाँ आती हैं जिनमे से अधिकतर पश्चिमी घाट के दक्षिणी भागों में पाई गईं हैं और कुछ भारत के उत्तर पूर्व भागों में तथा कुल 12 प्रजातियाँ केरल के विभिन्न स्थानों से प्राप्त की जा चुकी हैं.
ओल्डेनडिया श्रेणी की कई प्रजातियों का प्रयोग च्यवनप्राश बनाने में भी किया जाता है.
वैज्ञानिकों ने इस क्षेत्र में फूलों की विविधता और जैव विविधता के संरक्षण के लिए सख्त नियमों की माँग की है.
Comments
All Comments (0)
Join the conversation