फोर्जा इटैलिया पार्टी के संस्थापक अध्यक्ष सिल्वियो बर्लुस्कोनी और डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडी) के नेता मैटियो रेंजी ने इटली में चुनाव-सुधारों के संबंध में एक समझौते पर 18 जनवरी 2014 को हस्ताक्षर किए. दोनों नेताओं ने इटली को अधिक शासनीय बनाने के लिए सुधारों का समर्थन करने पर सहमति जताई. सिल्वियो बर्लुस्कोनी द्वारा स्थापित फोर्जा इटैलिया पार्टी इटली की एक मध्य-दक्षिण पार्टी है, जबकि मैटियो रेंजी के नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडी) इटली की सबसे बड़ी मध्य-वाम पार्टी है.
चुनाव-सुधार समझौते से सम्बंधित मुख्य तथ्य
• दोनों नेताओं ने आनुपातिक प्रतिनिधित्व पर आधारित प्रणाली का पक्ष लिया, जिसमें बड़ी संख्या में छोटे निर्वाचन-क्षेत्र होंगे, जिनमें से प्रत्येक निर्वाचन-क्षेत्र चार या पाँच प्रतिनिधि चुनेगा और 15-20 प्रतिशत सीटों का विजेता-बोनस होगा.
• पाँच प्रतिशत से कम मत प्राप्त करने वाली पार्टियाँ संसद में नहीं जाएँगी.
• दोनों नेताओं ने "शासनीयता और द्विध्रुवीय प्रणाली का पक्ष लेने वाले और छोटी-छोटी पार्टियों की ब्लैकमेल करने की ताकत खत्म करने वाले" चुनाव-कानून की जरूरत पर सहमति जताई.
• उन्होंने ऊपरी सदन (सीनेट) के सुधार का भी समर्थन किया, ताकि वह केवल निचले सदन (चैंबर ऑफ़ डेप्यूटीज) के कार्य का दोहराव मात्र न करें.
•उन्होंने इटली के क्षेत्रों और प्रांतों की शासन-संरचना में बदलावों का भी पक्ष लिया.
• समझौते में उम्मीदवारों की पार्टी-सूचियों के लिए मतदान की प्रणाली और सबसे बड़े गठबंधन को स्वत: 55 प्रतिशत सीटें—निचले सदन में राष्ट्रीय आधार पर और सीनेट में क्षेत्रीय आधार पर, देने वाला नियम तय किया गया. उसमें यह भी कहा गया कि मतदाताओं को पार्टी-बॉसेज द्वारा चुनी और रैंक की गई सूचियों के लिए मतदान करने मात्र के बजाय अपने प्रतिनिधि चुनने का अधिकार होना चाहिए.
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