Difference: व्यावसायिक दौर में कोई भी आविष्कारक, कलाकार या लेखक जब भी कुछ नया करते हैं या फिर किसी कला की रचना करते हैं, तो वह चीज पूरे सामाज का अपनी तरफ ध्यान खींचती है। वहीं, नए रचनाएं और अविष्कार लोगों द्वारा पसंद किए जाने या प्रयोग में लाए जाने के बाद व्यक्ति को आर्थिक व सामाजिक रूप से भी लाभ पहुंचाते हैं। सामाज में कुछ लोग किसी के आइडिया को चुराकर अपने लाभ की कोशिश भी करते हैं। ऐसे में कॉपीराइट या पेटेंट की मदद ली जाती है। लेकिन, अक्सर लोग इन दोनों के बीच दुविधा में पड़ जाते हैं। क्या आपको इन दोनों के बीच अंतर पता है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इन दोनों के बीच अंतर समझेंगे।
क्या होता है कॉपीराइट
कॉपीराइट किसी भी व्यक्ति द्वारा उसकी रचना के लिए होता है, जो कि फिक्शन और नॉन-फिक्शन दोनों हो सकती है। इसमें व्यक्ति के साहित्यकि, संगीत, लेखन या फिर अन्य कला के मालिकाना हक को लेकर कॉपीराइट दिया जाता है। कॉपीराइट अधिनियम के तहत केवल उसी व्यक्ति के पास उसके काम को दोबारा से करने का अधिकार होता है, जिसके पास कॉपीराइट अधिकार होता है। कोई भी दूसरा व्यक्ति उस काम को नहीं कर सकता है। इसके साथ ही कॉपीराइट वाले व्यक्ति के पास ही अपने काम की कॉपी को बांटने का अधिकार होता है। इसके साथ ही अपने काम का प्रचार भी केवल वही व्यक्ति कर सकता है। दूसरे व्यक्तियों के पास यह अधिकार नहीं रहेगा। यदि कोई व्यक्ति ऐसा करता है, तो उसके खिलाफ कॉपीराइट का मामला बन सकता है।
क्या होता है पेटेंट
पेटेंट के तहत आविष्कार, उपकरण, प्रक्रिया और तरीकों को कॉपी करने से सुरक्षा की जाती है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति किसी भी अन्य आविष्कार या उपकरण की कॉपी कर नया नहीं बना सकता है औन न ही उसे बेच सकता है। इसके साथ ही यह किसी भी अन्य व्यक्ति द्वारा प्रचार-प्रसार पर भी रोक लगाता है। इसके लिए पेटेंट और ट्रेडमार्क कार्यालय की ओर से पेटेंट किया जाता है।
कितने प्रकार का होता है पेटेंट
आपको बता दें कि पेटेंट तीन प्रकार का होता है, जो कि यूटिलिटी पेटेंट, डिजाइन पेटेंट और प्लांट पेटेंट है। यूटिलिटी पेटेंट, उन लोगों को दिया जाता है, जो किसी भी नए और उपयोगी उत्पाद का आविष्कार करते हैं या फिर पुराने बने किसी उत्पाद में बेहतरीन सुधार करते हैं, जिससे उसका अधिक इस्तेमाल किया जा सके। वहीं, डिजाइन पेटेंट उन लोगों को दिया जाता है, जो किसी उत्पाद के सजावटपन में कुछ नया बदलाव करते हैं। इसके अलावा प्लांट पेटेंट उन लोगों को दिया जाता है, जो किसी भी नए प्रकार के प्लांट का आविष्कार करते हैं।
कॉपीराइट और पेटेंट में कुछ अन्य अंतर
1.कॉपीराइट की प्रक्रिया काफी सरल होती है, जिसमें कम पेपरवर्क होता है, वहीं पेटेंट की प्रक्रिया लंबी होती है। इसके साथ ही यह काफी महंगी भी होती है।
2.कॉपीराइट कला के आधार पर होता है, जबकि पेटेंट किसी वस्तु के आविष्कार के आधार पर होता है।
3.कॉपीराइट का अधिकार किसी भी व्यक्ति के उम्र के साथ बना रहता है। हालांकि, अलग-अलग देशों में इसके अलग-अलग नियम है। वहीं, पेटेंट का अधिकार 10 से 20 साल तक दिया जाता है।
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