ओलंपिक में मेडल लेना हर भारतीय एथलिट का सपना होता है, जिससे वैश्विक स्तर पर देश का मान और बढ़े। इस कड़ी में पेरिस ओलंपिक चल रहे हैं और हर भारतीय की नजर पेरिस ओलंपिक मेडल पर है। इसमें भी नजरें गोल्ड मेडल पर हैं।
हालांकि, क्या आप जानते हैं कि ओलंपिक के इन मेडल को कहां तैयार किया जाता है और इन मेडल को कैसे तैयार किया जाता है ? साथ ही जिन गोल्ड मेडल को हम अपनी स्क्रीन पर देखते हैं, उन मेडल्स में कितना गोल्ड होता है ? इन सभी सवालों का जवाब जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
पूरी तरह सोने का नहीं होता गोल्ड मेडल
हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह ओलंपिक खेलों में भाग ले और अपने देश के लिए गोल्ड मेडल जीते। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि गोल्ड मेडल पूरी तरह से गोल्ड का नहीं होता है। दरअसल, गोल्ड मेडल में 92.5 फीसदी सिल्वर मिला होता है। इस पर गोल्ड की परत होती है।
मेडल में कितना होता है गोल्ड
अब सवाल है कि गोल्ड मेडल में कितना गोल्ड होता है, तो आपको बता दें इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी के मुताबिक, गोल्ड मेडल में कुल 6 ग्राम सोना मिला होता है। भारतीय रुपयों में इसकी कीमत देखें, तो इसकी कीमत करीब 80 हजार रुपये आंकी गई है।
एफिल टॉवर का टुकड़ा मिश्रित है मेडल
आपको बता दें कि पेरिस ओलंपिक में दिए जाने वाले मेडल का कुल वजन 529 ग्राम है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसमें एफिल टॉवर के कुछ अंश को भी शामिल किया गया है। ऐसे में इसका महत्त्व और भी अधिक है।
शुद्ध चांदी से बना होता है सिल्वर मेडल
ओलंपिक खेलों में मिलना वाला सिल्वर मेडल पूरी तरह से सिल्वर से बना होता है। इसमें भी किसी भी प्रकार का मिश्रण नहीं मिला होता है।
इस तरह तैयार होता है ब्रांज मेडल
ओलंपिक खेलो में मिलने वाला ब्रांज मेडल कॉपर, टिन और जिंक से बना होता है।
कहां तैयार हुआ है ओलंपिक का मेडल
अब सवाल है कि आखिर ओलंपिक के मेडल्स को कहां तैयार किया गया है, तो आपको बता दें कि हर बार ओलंपिक के मेडल्स को अलग-अलग कंपनियों द्वारा बनाया जाता है। साल 2024 के ओलंपिक मेडल को मोने-डे-पेरिस ने बनाया है। वहीं, टोक्यों ओलंपिक के मेडल्स को जापान मिंट की ओर से तैयार किया गया था।
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