National Post Day 2023: भारतीय डाक मेल सेवा कैसे करती है काम, जानें

Oct 10, 2023, 07:30 IST

National Post Day 2023: विश्व में हर साल 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस मनाया जाता है। वहीं, भारत में हर साल 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय डाक दिवस मनाया जाता है। बदलते वक्त के साथ संचार के माध्यम भी बदल गए हैं, हालांकि आज भी डाक विभाग अपनी सेवाओं को जारी रखे हुए है और विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं दे रहा है। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि आखिर डाक सेवा किस तरह काम करती है।

कैसे काम करती है मेल सेवा
कैसे काम करती है मेल सेवा

National Post Day 2023: हर साल 9 अक्टूबर को विश्व डाक दिवस का आयोजन किया जाता है। वहीं, 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय डाक दिवस का आयोजन किया जाता है। भारत में डाक सेवाओं में भारतीय डाक सेवा प्रमुख विभाग है, जिसे डाक सेवा की रीढ़ भी कहा जाता है।

बदलते वक्त के साथ संचार के माध्यम में परिवर्तन हुए और चिट्ठियों की जगह टेलीफोन और मोबाइल ने ले ली है। हालांकि, आज भी भारतीय डाक सेवा विभाग सेवाओं में है और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहा है। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि आखिर डाक सेवा किस तरह काम करती हैं। 

 

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डाकघर का प्राथमिक काम

डाकघर की आधिकारिक वेबसाइट मुताबिक, डाकघर का प्राथमिक काम मेल का कलेक्शन करना, प्रोसेसिंग करना, ट्रांसमिशन और डिलीवरी करना है। सभी डाक लेख, जिनका कटेंट संदेश की प्रकृति में होता है, उन्हें मेल के रूप में वर्गीकृत किया जाता है, जिसमें पत्र, पोस्टकार्ड, इनलैंड पत्र कार्ड, पैकेट, ऑर्डिनरी, पंजीकृत, बीमाकृत, मूल्य देय लेख और स्पीड पोस्ट शामिल हैं।

 

प्रथम और द्वितीय श्रेणी में होते हैं मेल

डाक विभाग की ओर से मेल को प्रथम और द्वितीय श्रेणी में बांटा जाता है। वेबसाइट के मुताबिक, यदि कोई मेल प्रथम श्रेणी में है, तो उसे भारत में मुफ्त हवाई सेवा मिलती है, जबकि द्वितीय श्रेणी के मेल को प्रीपेड करने पर ही हवाई सेवा मिलती है।

देश में कितने हैं लेटरबॉक्स

देश में यदि कुल डाकघरों की बात करें, तो इनकी संख्या 154979 हैं, जो कि 579595 लेटर बॉक्स से मेल एकत्र करते हैं। इन सभी आंकड़ों के पीछे 389 मेल कार्यालय और 89 राष्ट्रीय स्पीड पोस्ट हब का नेटवर्क है, जिनका इन पर नियंत्रण रहता है। 

 

मेल ग्रिड की सुविधा

भारतीय डाक विभाग ने ऑटोमेटेड मेल ग्रिड बनाने के लिए देश के प्रमुख स्थानों पर ऑटोमेटेड मेल प्रोसेसिंग सेंटर भी स्थापित किया है। इसके अलावा विभाग की ओर से सुविधाओं में सुधार करने के लिए 2006 में मेल बिजनेस-सी सेंटर और 2008 प्रोजेक्ट एरो भी शुरू किया था, जिसके माध्यम से मेल डिलीवरी की सुविधा में सुधार हो सके।

प्रोजेक्ट एरो के तहत 15,000 डाकघरों को शामिल किया गया था। वहीं, मेल बिजनेस-सी सेंटर उन लोगों के लिए है, जो बड़ी संख्या में मेल बुकिंग करते हैं। इसके अलावा यदि आप अपना कोई मेल देखना चाहते हैं कि आपका मेल कहां तक पहुंचा है, तो आप मेल पर दिए गए यूनिक आइडी बारकोड के माध्यम से वेबसाइट पर नंबर डालकर अपने मेल का स्टेटस चेक कर सकते हैं। 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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