भारत में इन 8 रेलवे स्टेशनों का ब्रिटिश ने किया था निर्माण, जानें

Jun 19, 2023, 12:33 IST

भारतीय रेलवे के पास मौजूदा समय में 7 हजार से भी अधिक रेलवे स्टेशन हैं, जिनसे 13 हजार से अधिक पैसेंजर ट्रेनें गुजरती हैं। इसके अलावा गुजरने वाली माल गाड़ियों की संख्या अलग है। भारत में रेलवे की शुरुआत ब्रिटिश ने की थी। उस समय कई स्टेशनों का निर्माण किया गया था। हालांकि, क्या आपको भारत के ऐसे रेलवे स्टेशनों का नाम पता है, जिनका निर्माण ब्रिटिश द्वारा किया गया था। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे।   

रेलवे स्टेशन
रेलवे स्टेशन

भारत में रेलवे की शुरुआत 1853 में हुई थी, जब बोरीबंदर से पहली यात्री ट्रेन को रवाना किया गया था। इसके बाद ब्रिटिश ने भारत में रेलवे के नेटवर्क को विस्तार दिया और कई ट्रेनों का निर्माण किया। वर्तमान में भारतीय रेलवे में 13 हजार से अधिक यात्री ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। वहीं, भारत में कुल रेलवे स्टेशनों की बात करें, तो यह 7 हजार से अधिक है। हालांकि, क्या आपको भारतीय रेलवे में ऐसे स्टेशनों के बारे में पता है, जिनका निर्माण ब्रिटिश ने किया था। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम भारतीय रेलवे के ऐसे स्टेशनों के बारे में जानेंगे। जानने के लिए यह पूरा लेख पढ़ें। 



हावड़ा रेलवे स्टेशन

हावड़ा रेलवे स्टेशन पश्चिम बंगाल के हावड़ा शहर में स्थित प्रमुख रेलवे स्टेशन है। इस स्टेशन से पहली ट्रेन 15 अगस्त 1854 में चली थी, जो कि हावड़ा-हुबली लाइन पर चलाई गई थी। यह रेलवे स्टेशन भारत का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है, क्योंकि यहां पर सबसे अधिक 23 प्लेटफॉर्म हैं। 

 

रॉयपुरम रेलवे स्टेशन, चेन्नई

चेन्नई उपनगरीय रेलवे नेटवर्क के वालाजापेट खंड पर रॉयपुरम रेलवे स्टेशन है, जिसका निर्माण ब्रिटिश द्वारा किया गया था।

साल 1856 में यहां से दक्षिण भारत की पहली ट्रेन का संचालन हुआ था। साल 1922 तक यह रेलवे स्टेशन दक्षिण मराठा और मद्रास का मुख्यालय भी बना रहा। 

 

पंडित दीन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन

पंडित दील दयाल उपाध्यायन रेलवे स्टेशन को पूर्व में मुगलसराय रेलवे स्टेशन के नाम से जाना जाता था। हालांकि, बाद में इसका नाम बदल दिया गया।

यह उत्तरप्रदेश का प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जो कि बनारस से सिर्फ चार मील की दूरी पर स्थित है।

इस रेलवे स्टेशन का निर्माण 1862 में किया गया था, जब ईस्ट इंडिया कंपनी हावड़ा से दिल्ली को रेलवे लाइन के माध्यम से जोड़ रही थी। 

 

छत्रपति शिवाजी टर्मिनस

मुंबई स्थित छपत्रति शिवाजी टर्मिनस भारत का प्रमुख रेलवे स्टेशन है। यह एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है, जिसका निर्माण 1878 में पुराने बोरीबंदर रेलवे स्टेशन के दक्षिण में शुरू हुआ था।

वहीं, 1887 में जाकर इसका निर्माण पूर हुआ, जिसके बाद इस स्टेशन का नाम महारानी विक्टोरिया के नाम पर रखा गया। हालांकि, साल 1996 में इस स्टेशन का नाम मराठा शासक छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखा गया। 

 

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देहरादून रेलवे स्टेशन

देहरादून रेलवे स्टेशन उत्तराखंड का प्रमुख रेलवे स्टेशन है, जिसका निर्माण ब्रिटिश ने साल 1897 से 1899 के बीच किया गया था।

इस लाइन को मंजूरी 1896 में ही मिल गई थी। हालांकि, बाद में यहां पर लाइन का काम शुरू हो सका। वहीं, 1 मार्च 1900 में पहली बार यह लाइन शुरू हुई। 

 

लखनऊ चारबाग रेलवे स्टेशन

लखनऊ का चारबाग रेलवे स्टेशन लखनऊ के पांच रेलवे स्टेशनों में प्रमुख है। इस स्टेशन की स्थापना साल 1914 में की गई थी, जो कि 1923 में जाकर पूरा किया। रेलवे स्टेशन का डिजाइन ब्रिटिश आर्किटेक्ट जे एच हॉर्नीमैन द्वारा तैयार किया गया था।

वहीं, इसके निर्माण में भारतीय इंजीनियर चौबे मुक्ता प्रसाद ने भी अहम भूमिका निभाई थी। इस रेलवे स्टेशन की कीमत की बात करें, तो उस समय यह 70 लाख रुपये में बनकर तैयार हुआ था। इसके सामने एक बड़ा पार्क भी है, वहीं रेलवे स्टेशन को राजपूत, अवधी और मुगल आर्किटेक्चर में बनाया गया था। 

 

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के लिए अजमेरी गेट और पहाड़गंज के बीच 1926 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने मंजूरी दी थी, जिसके बाद स्टेशन का निर्माण शुरू हुआ। वहीं, साल 1931 में इस रेलवे स्टेशन का उद्घाटन किया गया था।

इस दौरान वायसराय ने इस स्टेशन के माध्यम से ही नई दिल्ली में प्रवेश किया था। वर्तमान में यहां पर 16 प्लेटफॉर्म हैं, जहां से सैकड़ों गाड़ियों का संचालन होता है। 

 

नंदी हॉल्ट रेलवे स्टेशन 

यह रेलवे स्टेशन बंगलुरू के यलुवहल्ली में स्थित है, जिसका इतिहास करीब 108 साल पुराना बताया जाता है। इस रेलवे स्टेशन का निर्माण ब्रिटिश द्वारा किया गया था। 

 

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Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

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