आज के व्यस्त जीवन में हम अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारो के साथ ज्यादा समय नही बीता पाते है. इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि कभी हमें ऑफिस से छुट्टी नही मिलती है तो कभी थकान की वजह से हम कहीं जाना नहीं चाहते हैं. परन्तु 21वीं सदी में विज्ञान ने हमें एक ऐसा अनोखा उपकरण दिया है जिसकी सहायता से हम अपने दोस्तों एवं रिश्तेदारों के नजदीक ना जाकर भी उनसे जुड़ सकते हैं एवं उनसे बातचीत कर सकते है. वह उपकरण हमारा मोबाइल फोन है.
मोबाइल फोन के माध्यम से ना केवल हम दोस्तों एवं रिश्तेंदारो का हाल-चाल जानते हैं बल्कि अपने ऑफिस से संबंधित सभी काम भी करते हैं. 21वीं सदी में तकनीक (Technology) इतनी विकसित हो गई है कि अब हम मोबाइल की मदद से ना केवल बातचीत (Call) करते हैं बल्कि इंटरनेट (Internet) के माध्यम से facebook, whatsapp, twitter, Gmail आदि से अपने दोस्तों एवं अपने ऑफिस से भी जुड़े रहते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि पहला मोबाइल फोन कब और कहां बना था और इसे बनाने वाले व्यक्ति कौन थे? यदि आप इस प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो इस लेख को पढ़ने के बाद अवश्य जान जाएंगे कि पहला मोबाइल फोन कब और कहां बना था और इसे बनाने वाले व्यक्ति कौन थे?
दुनिया का पहला मोबाइल फोन
दुनिया के पहले मोबाइल फोन का निर्माण मार्टिन कूपर नामक एक अमेरिकी इंजीनियर ने किया था, जिसे उन्होंने 3 अप्रैल, 1973 को दुनिया के सामने प्रदर्शित किया था. यह विश्व का पहला फोन था, जोकि आम लोगो के लिये बनाया गया था, क्योंकि इससे पहले रेडियो फोन और वायरलेस फोन भी उपलब्ध थे, लेकिन इसका अधिकतर इस्तेमाल फौज द्वारा किया जाता था.
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मार्टिन कूपर ने मैनहट्टन में स्थित अपने ऑफिस से न्यू जर्सी में स्थित बेल लैब्स के मुख्यालय में पहला कॉल किया था. मार्टिन कूपर ने आज के समय की अग्रणी मोबाइल कंपनी मोटोरोला (Motorola) के साथ मिलकर इस मोबाइल फोन का निर्माण किया था तथा बाद में वह इस कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) भी बने. मार्टिन कूपर को दुनिया के पहले मोबाइल फोन के निर्माण के कारण साल 2013 में संचार के क्षेत्र में किये गये विलक्षण कार्य के लिये दिये जाने वाले मार्कोनी पुरस्कार (Marconi Award) से सम्मानित किया गया था.
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विभिन्न देशों में मोबाइल फोन सेवा की शुरुआत
दुनिया की पहली कॉमर्शियल सेल्युलर फोन सेवा 1979 में एनटीटी (NTT) नामक जापानी कंपनी ने टोक्यो में शुरू की थी. इसके बाद 1981 में डेनमार्क, फिनलैंड, नॉर्वे और स्वीडन में मोबाइल फोन सेवाएं शुरू हुई थी, जिसका नाम नोर्दिक मोबाइल टेलीफोन (NMT) था. 1983 में अमेरिका के शिकागो शहर में अमेरिटेक नाम से 1-जी टेलीफोन नेटवर्क की शुरुआत हुई थी. भारत में पहली मोबाइल फोन सेवा 15 अगस्त, 1995 को दिल्ली में गैर-व्यावसायिक तौर पर शुरू की गई थी.
मोबाइल फोन से जुड़े कुछ रोचक तथ्य
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1. आज भले ही हल्के और स्लिम फोन आ गये हैं लेकिन जिस मोबाइल से पहली कॉल की गई थी उसका वजन 1.1 किलोग्राम था. साथ ही यह मोबाइल 13 सेमी मोटा और 4.45 सेमी चौड़ा था, जिसकी तुलना ईंट या जूते से की जाती थी.
2. जहां आज के मोबाइल को चार्ज होने में 15 से 20 मिनट का समय लगता है और इसकी बैक अप क्षमता 1 से 2 दिन होती है. लेकिन दुनिया के पहले मोबाइल को पूरी तरह से चार्ज होने में 10 घंटे का समय लगता था, जिसके बावजूद यह सिर्फ 20 मिनट तक ही चल पाता था.
3. पहले मोबाइल फोन की बैट्री का वजन आज की तुलना में चार से पांच गुना ज्यादा था.
4. 1983 में मोटोरोला ने जिस पहले मोबाइल हैंडसेट को बाजार में उतारा था, उसकी कीमत लगभग दो लाख रुपए थी. इस मोबाइल हैंडसेट का नाम Dyna TAC 8000x था.
5. 1979 में First-Generation (1G) टेक्नोलॉजी की शुरुआत जापान में हुई थी, जिसकी मदद से एक बार में कई लोग आपस में कॉल कर सकते थे.
6. 1991 में 2G टेक्नोलॉजी की शुरुआत Finland में हुई थी.
7. 2G टेक्नोलॉजी की शुरुआत के पूरे 10 साल बाद 2001 में 3G टेक्नोलॉजी आया था, जिसे जापान की कंपनी NTT DoCoMo ने शुरू किया था.
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