शर्ट की बाईं ओर जेब होना कोई आज का फैशन नहीं है यह समय और जरूरत के लिहाज से विकसित होता चला आ रहा है. वैसे आजकल तो दो तरफ जेबों वाली शर्टों का भी चलन है. अगर आप यही सवाल कपड़े सिलने वाले दर्जी से भी पूछेंगे तो शायद वह भी इस सवाल का जवाब न दे पायें.
शर्ट की जेब का उपयोग अक्सर हम मोबाइल, पेन, डायरी या किसी जरुरी सामान को रखने के लिए करते है. शर्ट में जेब होना अब आम बात हो गयी है. बिना जेब की शर्ट की कल्पना भी अब लोगों को अजीब लगती है.
पहले पॉकेट वॉच के लिए डिज़ाइन हुई थी जेब:
पुराने समय में, पुरुषों की शर्टों में आमतौर पर जेब ऐसे बनाई जाती थी जो पॉकेट वॉच को रखने के काम आ सके. शर्ट पर बाईं ओर जेब का होना कई लोगों के लिए ऐतिहासिक सामाजिक और परंपरागत आदतों से भी संबंधित हो सकती है. वैसे सांस्कृतिक रूप से भिन्नताएं और अपवाद भी हो सकते हैं.
महिलाओं के फैशन में भी है पॉकेट लुक:
वैसे आजकल महिलाओं के फैशन में शर्ट का चलन तेजी से बढ़ा है. पहले महिलाओं की शर्ट में जेब नहीं हुआ करती थी. लेकिन आजकल उनकी शर्ट में भी जेब का चलन तेजी से फैशन में आ गया है. पहले तो लड़कियों की जीन्स में भी पॉकेट नहीं हुआ करती थी, लेकिन समय के साथ उस फैशन में भी बदलाव आ गया है. आज के समय में उनकी भी जीन्स और शर्ट में पॉकेट आने लगे है.
पूर्व में लड़कियों की जींस में भी पॉकेट नहीं हुआ करती थी. लेकिन समय के साथ बदलाव हुआ और उनकी आवश्यकता को देखते हुए जेब वाले कपड़ो का प्रचलन शुरू हुआ.
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शर्ट में बाईं ओर ही जेब क्यों?
शर्ट में बाईं ओर ही जेब के होने के पीछे कोई वैज्ञानिक कारण नहीं है. दुनिया में अधिकांश लोग दाहिने हाथ का प्रयोग करते हैं, इसलिए बाईं ओर जेब को रखना दायें हाथ के लोगों के लिए सुविधाजनक होता है. जिससे लोग जरुरत की चीजों को आसानी से रख और निकाल सकते है.
सांस्कृतिक प्रभाव:
देश-विदेश की विभिन्न संस्कृतियों में कपड़े की डिज़ाइन के साथ अलग-अलग फैशन और प्राथमिकताएं होती है. संभवतः कुछ संस्कृतियों ने शर्ट में बाईं ओर जेब को प्राथमिकता दी है और साथ ही इसे एक व्यापक चलन बना दिया है.
डिजाइन और फैशन समरूपता:
शर्ट में बाईं ओर जेब डिजाइन और फैशन के लिहाज से भी आकर्षक हो सकता है, जिस कारण शर्ट में बाईं ओर ही जेब को स्थान दिया गया है. साथ ही इसके पीछे बटन या लुक पैटर्न्स को भी एक कारण माना जा सकता है जो शर्ट को अधिक आकर्षक और सुंदर बनाता है.
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