Israel-Hamas War: इज़रायल-हमास युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है. इज़रायल गाजा क्षेत्र में अब भी हमले तेज कर रखा है जिसके चलते गाजा क्षेत्र में आम जन जीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है. वहीं इज़रायल की ओर से कहा गया है कि जब तक हमास हथियार नहीं डालते तब तक हम जवाबी कार्रवाई करते रहेंगे.
इज़रायली क्षेत्र में लेबनान की तरफ से कई हवाई हमले किये गए जिसका इज़रायल ने मुहतोड़ जवाब दिया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि गाजा सिटी हॉस्पिटल में हुए हमले में कई लोगों की जान गयी है. इज़रायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने विस्फोट के लिए फ़िलिस्तीनी आतंकवादियों को दोषी ठहराया है.
इज़रायल और लेबनान सीमा पर भी संघर्ष:
इज़रायल और लेबनान सीमा पर हिजबुल्लाह आतंकियों ने भी इजराइल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. लेकिन इजराइली सेना को हमले का जवाब देने में दिक्कत हो रही है क्योंकि इंडियन आर्मी (Indian Army) लेबनान में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच खड़ी है. एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय शांति सैनिक इजरायल और लेबनान की सीमा पर तैनात है. वहां तैनात सैनिकों ने प्रोटोकॉल के कारण अपने मिशन पर टिप्पणी करने से इनकार किया है.
लेबनान में क्यों तैनात हैं भारतीय सैनिक:
लेबनान में भारतीय सैनिकों की तैनाती संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (United Nations Interim Force) के मिशन के तहत की गयी है. भारतीय सैनिक यहां 1978 से तैनात है. लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल का गठन 19 मार्च 1978 को की गयी थी.
इन सैनिकों की तैनाती सुरक्षा परिषद के संकल्प 425 (1978) और 426 (1978) के अनुसार की गयी है. संयुक्त राष्ट्र शांति सेना की तैनाती क्षेत्र में शांति स्थापित करने और सुरक्षा बहाल के लिए की गयी है. तब से भारतीय सैनिकों की एक टुकड़ी वहां पर तैनात है.
900 भारतीय सैनिक है तैनात:
संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल, लेबनानी सेना के सहयोग से लेबनानी क्षेत्र में मिलिट्री ऑपरेशन को अंजाम दे सकते है. संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल के हिस्से के रूप में लगभग ९०० भारतीय सैनिक तैनात है. इन सैनिकों की तैनाती लेबनान-इजरायल सीमा पर 110 किलोमीटर लंबी ब्लू-लाइन पर शांति मिशन के तहत की गयी है. वर्ष 1978 में इजराइली सेना के हमले के बाद उस क्षेत्र में भारतीय सैनिकों को तैनात किया गया था.
भारत ने चलाया ऑपरेशन 'अजय':
युद्ध के बीच इजरायल में फसें भारतीयों को निकालने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन 'अजय' लांच किया है. इसके तहत अभी तक सैकड़ों भारतीयों का भारत लाया गया है.
हाल ही में ऑपरेशन के तहत विशेष चार्टर्ड प्लेन से 18 नेपाली नागरिकों सहित 286 यात्री भारत पहुंचें है जो ऑपरेशन अजय के तहत पांचवीं उड़ान थी. सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री एल मुरुगन ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया.
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