दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान, जहां -50 डिग्री सेल्सियस रहता है तापमान, जानें

Aug 4, 2023, 13:59 IST

हर देश की सेना अपने देश की रक्षा के लिए मुश्किल परिस्थितियों में खुद को रखती है, तब जाकर घरों में लोग सुरक्षित रहते हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां खुद को जीवित रखना ही सबसे बड़ी चुनौती होती है। ऐसी मुश्किल परिस्थतियों में भारतीय सेना के जवान अपनी जान की परवाह किए बगैर देश की सुरक्षा में दिन-रात खड़े रहते हैं। 

सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान
सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान

दुनिया में विभिन्न देशों की सेना अपने देश की सुरक्षा करने में कठिन परिस्थितियों का सामना करती है। इस दौरान सैनिक दुर्गम पहाड़ियों और घाटियों में रहकर देश की हिफाजत करते हैं।

साहस और शौर्य से भरे इस काम में भारतीय सेना पीछे नहीं है, बल्कि भारतीय सैनिक दुनिया के सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान में कठिन परिस्थितियों में रहकर देश की हिफाजत करते हैं।

दुनिया का सबसे ऊंचा यह युद्ध का मैदान मौत का घर भी कहा जाता है, जहां खुद को जीवित रखना ही सबसे बड़ी चुनौती होती है।

यही वजह है कि यहां तैनात होने वाले सैनिकों को विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया जाता है। इस लेख के माध्यम से हम सबसे ऊंचे युद्ध के मैदान के बारे में जानेंगे। 

 

कौन-सा है दुनिया का सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान

दुनिया में सबसे ऊंचा युद्ध का मैदान सियाचीन ग्लेसियर है, जहां 21,000 फीट की ऊंचाई पर भारतीय सैनिक अपने साहस और शौर्य का परिचय देते हुए भारत की रक्षा करते हैं।

सियाचीन ग्लेसियर 74 किलोमीटर में फैला हुआ है और यह भारत के उत्तर में स्थित है। इस ग्लेसियर की गिनती दुनिया के सबसे लंबे ग्लेसियर में होती है। इसका सबसे निचला हिस्सा 11,000 फुट से ऊपर है।

वहीं, सबसे ऊंचा प्वाइंट 22,000 फुट ऊपर है। यह पूर्व में चीन और पश्चिम में पाकिस्तान से घिरा हुआ है। यहां 100 से ज्यादा पॉजीशन पर भारतीय सेना का नियंत्रण है।



 -50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचता है तापमान

दुनिया की सबसे मुश्किल जगहों में शामिल इस स्थान पर जीवित रहना आसान नहीं है। क्योंकि, यहां पर सैनिकों को बेरहम मौसम की अधिक मार झेलनी पड़ती है। कभी-कभी यहां का  तापमान -50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है।

यानि खाने-पीने की हर चीज जम जाती है। वहीं, यह मुश्किलें तब और भी बढ़ जाती हैं, जब यहां हवा की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रतिघंटा तक बढ़ जाती है, जिसके सामने खुद को रोकना बहुत ही मुश्किल होता है। 



मेन सप्लाई रूट है सिर्फ आसमान 

दुनिया की इस खतरनाक जगह पर पहुंचने के लिए कोई सड़क नहीं जाती है, बल्कि यहां पहुचंने का सिर्फ हवाई मार्ग है। किसी भी प्रकार की कोई आपात स्थिति में सिर्फ हवाई मार्ग के माध्यम से ही यहां पर सहायता पहुंचना संभव है।  

 

21,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ान

सियाचीन ग्लेसियर में पहुंचने के लिए यहां 21,000 फीट की ऊंचाई पर हेलीकॉप्टर उड़ान भरता है। इसके लिए भारतीय वायु सेना के सिंगल इंजन वाले चीता हेलीकॉप्टर की सेवा ली जाती है। हालांकि, इसके अलावा भी कई विमान शामिल हैं।

 

इस तरह रहते हैं सैनिक

यहां विपरित मौसम परिस्थितियों में रहकर सैनिक देश की रक्षा करते हैं। खराब मौसम की वजह से सैनिकों में भूख की कमी, अपर्याप्त नींद और  याददाश खोने के रिस्क होते हैं।

वहीं, यहां खाने-पीने के सामान के लिए हेलीकॉप्टर की मदद से आपूर्ति की जाती है। इसके साथ ही सैनिक खुद को गर्म रखने के लिए मिट्टी के तेल से आग जलाकर अलाव का सहारा लेते हैं। 

 

पैरों को गर्म रखने के लिए पहने जाते हैं बैट्री वाले जूते 

आपको बता दें कि इस इलाके में सैनिक खराब मौसम के कारण अपने पैरों को गर्म रखने के लिए विशेष प्रकार के जूते पहनते हैं। वे इसमें बैट्री उपकरण का इस्तेमाल करते हैं, जो कि उनके पैरों को गर्म रखने का काम करता है। 

 

पढ़ेंः देश के सबसे बड़े राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य, जानें




Kishan Kumar
Kishan Kumar

Senior content writer

A seasoned journalist with over 7 years of extensive experience across both print and digital media, skilled in crafting engaging and informative multimedia content for diverse audiences. His expertise lies in transforming complex ideas into clear, compelling narratives that resonate with readers across various platforms. At Jagran Josh, Kishan works as a Senior Content Writer (Multimedia Producer) in the GK section. He can be reached at Kishan.kumar@jagrannewmedia.com
... Read More

आप जागरण जोश पर भारत, विश्व समाचार, खेल के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समसामयिक सामान्य ज्ञान, सूची, जीके हिंदी और क्विज प्राप्त कर सकते है. आप यहां से कर्रेंट अफेयर्स ऐप डाउनलोड करें.

Trending

Latest Education News